गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की लागत 32,000 करोड़ रुपये है.इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को साल 2028 तक बनाने का लक्ष्य है. इसके बनने से यूपी, बिहार और पश्चिमी बंगाल को फायदा होगा.
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) बनाया जाएगा. भारत-नेपाल सीमा के समानांतर बन रहे इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बन जाने से गोरखपुर और सिलीगुड़ी के बीच की दूरी 519 किलोमीटर ही रह जाएगी. गोरखपुर से सिलीगुड़ी जाने के लिए वर्तमान में कोई सीधी सड़क नहीं है. दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने में अभी 15 घंटे लगते हैं. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) बन जाने से यह समय घटकर केवल नौ घंटे रह जाएगा. इस एक्सप्रेसवे की डीपीआर तैयार हो गई है और बिहार में अगले महीने से इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा. एक्सप्रेसवे को 2028 तक बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
519 किलोमीटर लंबे गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) के निर्माण पर करीब 32,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से 3 राज्यों- यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल को फायदा होगा. यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 84.3 किमी, बिहार में 416.2 किलोमीटर और पश्चिम बंगाल में 18.97 किलोमीटर बनेगा. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर से यह एक्सप्रेसवे गुजरेगा.
यह होगा रूट
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) गोरखपुर के जगदीशपुर से शुरू होगा और कुशीनगर के तमुखीराज तहसील से बिहार में गोपालपंज में प्रवेश करेगा.बिहार के आठ जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज से होते हुए यह एक्सप्रेसवे सिलीगुड़ी तक जाएगी. एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए गंडक नदी पर दो बड़े पुल भी बनाए जाएंगे. जिसका कुछ हिस्सी यूपी कुछ बिहार में होगा. गंडक नदी पर दोनों राज्यों का बनाया जाने वाला ये पुल 10 किलोमीटर लंबा होगा. एक्सप्रेसवे बिहार के पश्चिम चंपारण के 15, पूर्वी चंपारण के 69, शिवहर के 7, सीतामढ़ी के 33, मधुबनी के 66 और सुपौल के 43, अररिया के 47 और किशनगंज के 25 गांवों से होकर गुजरेगा.
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) पर 25 जगहों पर इंटरचेंज बनाए जाएंगे, जहां से स्टेट हाइवे, नेशनल हाइवे और दूसरी मुख्य सड़कों को जोड़ा जाएगा. ताकि लोगों को आवागमन में काफी सुविधा हो. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे जैसे अन्य मार्गों से भी जुड़ेगा. इससे सिलीगुड़ी से दिल्ली और यूपी के प्रमुख शहरों की यात्रा आसान हो जाएगी. इसके बनने के बाद मोतिहारी से सिलीगुड़ी की दूरी 390 किलोमीटर तो गोरखपुर की दूरी 130 किलोमीटर रह जाएगी.
Tags: Bihar News, Expressway New Proposal, Infrastructure Projects, UP news
FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 14:49 IST