मार्क जुकरबर्ग ने मेटा के ऑफिस में दिया कौन सा आदेश, LGBTQ समुदाय ने खोल दिया मोर्चा

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Mark Zuckerberg Orders : मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने हाल ही में कंपनी की नीतियों में व्यापक बदलाव किए हैं. द न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) के मुताबिक, मार्क जुकरबर्ग ने मेटा के कार्यालयों से पुरूषों के शौचालय से टैम्पोन को हटाने का आदेश दिया है. कंपनी ने दो कर्मचारियों के हवाले से NYT ने बताया कि मेटा के सिलिकॉन वैली, टेक्सास और न्यूयॉर्क के कार्यालयों के फैसिलिटी मैनेजरों को टैम्पोन और सैनिटरी पैड्स हटाने का निर्देश दिया गया था, जो गैर-बाइनरी और और ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिए उपलब्ध कराए गए थे.

कंपनी ने ये कदम अपनी आंतरिक और बाहरी नीतियों को नए राजनीतिक शासन के मूल्यों के अनुरूप ढालने की एक व्यापक प्रयास के तहत लिया है. इस प्रक्रिया को न्यूयॉर्क टाइम्स के लेख “मार्क जुकरबर्ग का मेटा को ट्रंप युग के लिए फिर से आकार देने की दौड़” में वर्णित किया गया है.

क्या घोषणाएं कर बैठे जुकरबर्ग

इस सप्ताह की शुरुआत में मार्क जुकरबर्ग ने घोषणा की थी कि मेटा कंपनी अपने फैक्ट-चेकिंग प्रैक्टिस को खत्म कर देगा और स्वतंत्र अभिव्यक्ति को बहाल करने के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम सहित अपने प्लेटफार्मों पर से भाषणों पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा देगी. वहीं, जुकरबर्ग ने यह भी माना, “हमारी कंटेंट मॉडरेशन प्रथाएं बहुत आगे बढ़ चुकी है.”

कंपनी के कर्मचारियों के मुताबिक, मेटा ने शुक्रवार तक अपनी प्रमुख डायवरसिटी, समानता और इनक्लूजन (DEI) प्रोग्राम्स को खत्म कर दिया और अपने मैसेंजर ऐप से ट्रांसजेंडर और नॉन-बाइनरी थीम को भी हटा दिया. कंपनी की नीति में यह बदलाव इसलिए किया गया, ताकि कुछ नस्लों, धर्मों या यौन प्राथमिकताओं के खिलाफ घृणा फैलाने वाले बयानों के साथ लिंग या यौन प्रवृति के आधार पर मानसिक बीमारी के दावे करने वाले पोस्ट को अनुमति दी जा सके.

इन बदलावों ने कंपनी में आतंरिक कलह को दिया जन्म

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इन बदलावों ने कंपनी में आंतरिक कलह को जन्म दे दिया है. मेटा के इंटरनल कम्यूनिकेशन प्लेटफार्म वर्कप्लेस पर LGBTQ+ मुद्दों का समर्थन करने वाले प्राइड ग्रुप के कर्मचारियों ने चिंता व्यक्त की है. वहीं, एक कर्मचारी ने अपने इस्तीफे की घोषणा की है, जबकि अन्य ने कंपनी छोड़ने की योजना बनाई है.

मेटा के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर एलेक्स शुल्ट्स ने प्राइड ग्रुप में एक पोस्ट में बदलावों का बचाव करते हुए कहा कि ट्रांसजेंडर अधिकारों जैसे मुद्दे अब राजनीति का हिस्सा बन गए हैं. शुल्ट्ज ने अपने पोस्ट में लिखा कि मेटा के ऐप्स में भाषण पर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देने से सामाजिक बहस को बढ़ावा मिलेगा.

जुकरबर्ग ने क्या कहा?

पॉपुलर पॉडकास्ट होस्ट जो रोगन के साथ एक इंटरव्यू में मेटा के सीईओ मार्क जुकरवर्ग ने कंपनी में हुए इन बदलावों को ट्रंप प्रशासन को खुश करने के उद्देश्य से किए जाने की बात से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि चुनाव ने उनके सोच को प्रभावित किया है.

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