Ukraine-Russia War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप के बीच इस समय रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं. ट्रंप अब जेलेंस्की के साथ-साथ यूरोप पर सख्त रुख दिखा रहे हैं. उन्होंने इस बात के संकेत दिए हैं कि USA नाटो से अलग हो सकता है.
यदि अमेरिका नाटो से बाहर निकलता है, तो यूरोप को रूस के खिलाफ अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
यूक्रेन को दी जाने वाली सभी सहायता पर लगाई रोक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली सहायताओं पर तब तक रोक लगा दी है, जब तक कि राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की रूस के साथ युद्ध समाप्त करने की प्रतिबद्धता नहीं जता देते. अज्ञात अधिकारियों का हवाला देते हुए फॉक्स न्यूज ने बताया कि यह आदेश शीघ्र ही आने वाला है.
जानें क्यों है अमेरिका की जरूरत
USA इस समय नाटो का सबसे शक्तिशाली सदस्य है. उनके पास 4 ट्रिलियन डॉलर के हाई-टेक बेस, एयरक्राफ्ट कैरियर, मिसाइल और ड्रोन हैं. USA के हटने से यूरोप के पास सैनिकों की कमी नहीं पड़ेगी लेकिन उनके पास आधुनिक हथियारों की कमी पड़ सकती है. द सन की रिपोर्ट के अनुसार, अगर सैनिकों की बात की जाए तो यूरोपीय संघ यानी EU के पास सक्रिय सैन्यकर्मी 1,298,969 और रूस के पास 1,000,000 हैं. रिजर्व कर्मी EU के पास 1,750,132 और रूस के पास 2,000,000 हैं.
यूरोप को बढ़ानी होगी ताकत
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोप को अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अगले पांच वर्षों में रक्षा खर्च को दोगुना करना होगा, जिसमें 300,000 अतिरिक्त सैनिकों की भर्ती और 1,400 नए टैंकों की आवश्यकता होगी. इसके अलावा यूरोप को उच्च-तकनीकी ठिकानों और विमान वाहकों जैसी संरचनाओं की भी आवश्यकता होगी. हालांकि, यूरोपीय देशों के पास लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों और अन्य प्रमुख उपकरणों में रूस पर बढ़त है और फ्रांस और ब्रिटेन की परमाणु प्रतिरोध क्षमता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
कुल टैंकों की बात की जाए तो EU के पास 4,377 तो रूस के पास टैंकों की संख्या 12,267 है. बख्तरबंद लड़ाकू वाहन यूरोप के पास 30,510 और रूस के पास 24,172 हैं. रॉकेट तोपखाने में EU के 778 के मुकाबले रूस (4,331) काफी आगे हैं. लड़ाकू विमान EU के पास 5,392 तो रूस के पास इससे कम 4,418 हैं. यूरोप के पास यूके की पनडुब्बियां जोड़कर 59 हैं. वहीं रूस के पास 66 सबमरीन हैं.
परमाणु हथियारों की बात की जाए तो यूके और फ्रांस को मिलाकर 519 परमाणु हथियार यूरोपीय संघ के पास हैं. वहीं रूस के पास 5,889 परमाणु हथियार हैं. नाटो महासचिव मार्क रूटे ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन पर रूसी विजय से नाटो की विश्वसनीयता को गंभीर नुकसान होगा, जिसे बहाल करने में खरबों डॉलर खर्च हो सकते हैं.
जानें क्या है नाटो
नाटो (NATO) यानी उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (North Atlantic Treaty Organization) एक सैन्य गठबंधन है, जिसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और सामूहिक रक्षा प्रदान करना है. नाटो की सबसे महत्वपूर्ण नीति सामूहिक रक्षा है, जिसे अनुच्छेद 5 के तहत परिभाषित किया गया है. इसके अनुसार, यदि नाटो के किसी भी सदस्य देश पर हमला होता है तो इसे सभी सदस्य देशों पर हमला माना जाएगा और वे मिलकर उसका बचाव करेंगे.
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