भारत, यूक्रेन- चीन ने दी डोनाल्ड ट्रंप को जीत की बधाई लेकिन फ्रांस क्यों नजर आया ‘खफा-खफा’?

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US Presidential Election: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं. रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार चुनाव जीत कर अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने 279 इलेक्टोरल वोट हासिल किए हैं. वहीं उनकी प्रतिद्वंदी और डेमोक्रैटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने 219 इलेक्टोरल वोट जीते हैं. ट्रंप ने अमेरिका के सात में से चार स्विंग स्टेट्स में जीत हासिल कर ली है. इनमें जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलाइना, विस्कॉन्सिन और पेन्सिलवेनिया शामिल हैं.

अमेरिका में कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हैं, बहुमत के लिए 270 वोट की ज़रूरत होती है. जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलाइना में 16-16 इलेक्टोरल वोट हैं. जबकि पेन्सिलवेनिया में सबसे अधिक 19 इलेक्टोरल वोट हैं. इन तीन के अलावा अन्य स्विंग स्टेट्स नेवाडा, मिशिगन और एरिजोना हैं. 

ट्रंप के लिए बधाइयों का तांता

डोनाल्ड ट्रंप को दुनिया भर के नेताओं और राजनयिकों की ओर से बधाइयां मिल रही हैं. भारत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जीत की बधाई दी. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी ट्रंप को बधाई संदेश भेजें हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी डोनाल्ड ट्रंप के लिए बधाई संदेश भेजे हैं. जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, ” डोनाल्ड ट्रंप को उनकी प्रभावशाली चुनावी जीत पर बधाई. मुझे सितंबर में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई शानदार मुलाकात याद है. इस दौरान हमने यूक्रेन-अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी, विक्ट्री प्लान और यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता को खत्म करने के तरीके पर चर्चा की थी. वैश्विक मामले में ट्रंप की ‘शक्ति के जरिए शांति’ की प्रतिबद्धता की हम सराहना करते हैं. ये वो ही सिद्धांत है जो कि यूक्रेन को शांति के करीब ला सकता है. मुझे उम्मीद है कि हम इसे मिलकर पूरा करेंगे.”

फ्रांस का रुख खफा-खफा?

डोनाल्ड ट्रंप की जीत को लेकर फ्रांस की ओर से जो बयान सामने आया उसने दुनिया भर को ध्यान खींचा है. फ्रांस की ओर से अमेरिकी चुनाव नतीजों को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया गया है. फ्रांस सरकार की प्रवक्ता मौड ब्रेगियन ने कहा कि यूरोप को अब अपने भाग्य की बागडोर खुद संभालनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अब ये नहीं सोचना चाहिए कि अमेरिका क्या करेगा? बल्कि ये सोचना चाहिए कि यूरोप क्या करने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि रक्षा, औद्योगिक सुधार और डीकार्बोनाइजेशन के क्षेत्र में यूरोप को अपना भाग्य खुद तय करना चाहिए.

हालांकि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर लिखा, “बधाई हो, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. चार सालों तक जैसे हमने साथ काम किया, अब फिर से काम करने के लिए तैयार हूं. आपके संकल्पों और मेरे विचारों के साथ, सम्मान और महत्वाकांक्षा के साथ. अधिक शांति और समृद्धि के लिए.”

 इमैनुएल मैक्रों अगले दो साल फ्रांस के राष्ट्रपति रहेंगे. इमैनुएल मैक्रों और डोनाल्ड ट्रंप के रिश्ते हमेशा से ही उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं. लेकिन बीतते वक्त के साथ जलवायु, काला धन और विशेष तौर से ईरान पर नीतिगत फैसलों की वजह से ट्रम्प और उनके यूरोपीय सहयोगियों के बीच टकराव पैदा हो गया.

ट्रंप को बधाई देने के बाद एक पोस्ट में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने लिखा,  “मैंने अभी चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ से बात की है. हम इस नए संदर्भ में एक अधिक एकजुट, मजबूत, अधिक संप्रभु यूरोप की दिशा में काम करेंगे. संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ सहयोग करके और अपने हितों और अपने मूल्यों की रक्षा करके.”

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