Explainer: अमेरिका के राष्ट्रपति बनते ही आदेशों की बौछार करेंगे ट्रंप, एक्जीक्यूटिव ऑर्डर कितना ताकतवर?

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Last Updated:January 20, 2025, 15:57 IST

US President Exicutive Power: डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद अमेरिकी नीति बदलने के लिए कार्यकारी आदेश जारी करने का वादा किया. उन्होंने बाइडन प्रशासन के ‘विनाशकारी’ आदेश रद्द करने और नए आदेश लागू करने की योजना बनाई. कार्यकारी आदेश कानून समान प्रभावी…और पढ़ें

अमेरिकी राष्ट्रपति के पास एक्जीक्यूटिव ऑर्डर की बड़ी ताकत है.

हाइलाइट्स

  • डोनाल्ड ट्रंप कई एक्जीक्यूटिव ऑर्डर्स जारी करेंगे
  • ट्रंप ने पहले कार्यकाल में 220 एक्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किए
  • आइए जानें एक्जीक्यूटिव ऑर्डर की ताकत क्या होती है

वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप अगले कुछ ही घंटों में संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन जाएंगे. ट्रंप ने कहा है कि पद संभालते ही वह एग्जीक्यूटिव ऑर्डर यानी कार्यकारी आदेशों की बौछार करेंगे. उन्होंने वादा किया है कि वह इसके जरिए अमेरिकी नीति को फिर से आकार देंगे. ट्रंप ने यह भी कहा है कि वह बाइडन प्रशासन की ओर से जारी किए गए दर्जनों ‘विनाशकारी और कट्टरपंथी’ एग्जीक्यूटिव ऑर्डर को रद्द कर देंगे.ऐसे में समझते हैं कि एग्जीक्यूटिव ऑर्डर क्या होते हैं और क्या इन्हें भी पलटा जा सकता है?

क्या होते हैं एग्जीक्यूटिव ऑर्डर
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर एक ऐसा आदेश है जो अमेरिका के राष्ट्रपति एकतरफा रूप से जारी कर सकते हैं. यह कानून के समान प्रभावी होते हैं. ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी कई प्रमुख कार्यकारी आदेश जारी किए थे. उसमें कुछ मुस्लिम बहुल देशों से यात्रा प्रतिबंध और समुद्र जल क्षेत्रों को लीज पर देने का आदेश शामिल है. ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में 220 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किए थे. किसी एक राष्ट्रपति की ओर से चार साल में यह जिमी कार्टर के बाद सबसे ज्यादा है. जो बाइडन ने अपने कार्यकाल में 155 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किए थे.

कार्यकारी आदेश कब होता है प्रभावी?
राष्ट्रपति के एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर करते ही यह तुरंत या फिर कई महीने बाद प्रभावी हो सकता है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि क्या इसे एक फेडरल एजेंसी से औपचारिक कार्रवाई की जरूरत है? उदाहरण के लिए जब ट्रंप ने मुस्लिमों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया था तो यह तुरंत प्रभावी हुआ था. क्योंकि इसने 1952 के एक संघीय कानून को लागू किया था, जो राष्ट्रपति को अधिकार देता है कि वह किसी भी वर्ग के प्रवासियों को देश से बाहर कर सकते हैं अगर वह उन्हें हानिकारक मानते हैं.

अन्य कार्यकारी आदेश संघीय एजेंसियों को कार्रवाई का निर्देश देते हैं. उदाहरण के लिए जब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने की इजाजत दी तो राष्ट्रपति जो बाइडन ने स्वास्थ्य एजेंसियों को आदेश दिया था कि वे गर्भपात तक पहुंच को सुरक्षित करने के लिए कार्रवाई करें. इस आदेश का तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ा. लेकिन एजेंसियों ने अगले कुछ महीनों में नियम बनाए जो गर्भपात कराने वालों की गोपनीयता बनाए रखते हैं.

एग्जीक्यूटिव ऑर्डर से क्या हो सकता है?
कार्यकारी आदेश के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति संविधान या कांग्रेस की ओर से विशेष रूप से दी गई शक्तियों से बाहर कानून नहीं बना सकते. अगर कोई कार्यकारी आदेश एजेंसियों को कार्रवाई करने का निर्देश देता है तो एजेंसियां मूल संविधान अधिकारों, जैसे उचित प्रक्रिया और कानून के तहत समान संरक्षण या कांग्रेस की ओर से पास किए गए कानून का उल्लंघन नहीं कर सकते.

पलटा जा सकता है एग्जीक्यूटिव ऑर्डर?
अमेरिका के द हेरिटेज फाउंडेशन के मुताबिक कांग्रेस और संघीय अदालतें उन कार्यकारी आदेशों को रद्द कर सकती हैं जो राष्ट्रपति के अधिकार के दायरे से अधिक हैं. 2017 में एक न्यायाधीश ने ट्रंप के कार्यकारी आदेश को रोक दिया था. वहीं 2023 में जब जो बाइडन ने अनिवार्य रूप से संघीय कर्मचारियों को कोविड-19 टीका लगवाने का आदेश दिया था तब भी अदालत ने इस आदेश को अवरुद्ध कर दिया था. अदालत ने पाया था कि यह अधिकारों का उल्लंघन है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति का एक्जीक्यूटिव ऑर्डर कितना ताकतवर, क्या हटा भी सकते हैं?

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