‘अगर तुरंत नहीं रुके तो फिर करेंगे अटैक’, तीन परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ट्रंप ने फिर दी ईरा

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Donald Trump Warn Iran: ईरान-इजरायल के बीच जारी संघर्ष के दौरान अमेरिका ने सीधे तौर एंट्री ले ली है. अमेरिकी सेना ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया है. इसकी पुष्टि खुद ईरानी मीडिया ने की है. उन्होंने बताया कि अमेरिका ने इस्लामिक रिपब्लिक के इस्फहान, नतांज और फोर्डो परमाणु स्थलों पर हमला किया है. इस संबंध में व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने सीएनएन को बताया कि ईरानी परमाणु स्थलों पर अटैक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने फोन पर बातचीत साथ ही उन्होंने ईरान को धमकी दी कि वह जल्द-से-जल्द बढ़ते युद्ध को रोक दें वरना वह फिर से हमला करेंगे.

रॉयटर्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हवाले से कहा है कि उन्होंने एक फोन कॉल के माध्यम से समाचार एजेंसी से कहा कि ईरान को तुरंत रुक जाना चाहिए अन्यथा उन्हें फिर से हमला झेलना पड़ेगा. हालांकि, ईरान के सरकारी न्यूज चैनल ने दावा किया कि अमेरिकी हमले के पहले ही यूरेनियम भंडार को खाली कर दिया गया था. हालांकि, इससे पहले ईरान ने दावा किया था उन्होंने मार्च के महीने में ही परमाणु हथियार बनाने वाले समानों को सही ठिकानों पर रख दिया था, क्योंकि उन्हें पहले ही आशंका हो गई थी कि इजरायल उन पर कभी भी हमला कर सकता है.

अमेरिकी बमबारी के बाद ट्रंप की तारीफ

कई रिपब्लिकन सीनेटरों ने ईरान के ठिकानों पर अमेरिकी बमबारी के बाद ट्रंप की प्रशंसा की. बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  ने शनिवार (21 जून 2025) की शाम को घोषणा की कि अमेरिकी सेना ने ईरान में तीन ठिकानों पर बमबारी की है. इस पर  सीनेटर लिंडसे ग्राहम, आर-एस.सी. ने एक्स पर पोस्ट किया और लिखा बहुत बढ़िया, राष्ट्रपति ट्रंप. इसके अलावा टेक्सास के सीनेटर जॉन कॉर्निन ने इसे साहसिक फैसला करार दिया. अलबामा के सीनेटर केटी ब्रिट ने कहा कि वह ट्रंप के साथ खड़ी हैं और उन्होंने बमबारी को मजबूत और सर्जिकल कहा. ओक्लाहोमा के सीनेटर मार्कवेन मुलिन ने पोस्ट किया. 

इस नेता ने की ट्रंप की आलोचना

पेंसिल्वेनिया के डेमोक्रेटिक सीनेटर जॉन फेटरमैन ने भी ईरान पर हमलों की प्रशंसा की. उन्होंने पोस्ट किया, “जैसा कि मैंने लंबे समय से कहा है, यह सही कदम था. ईरान दुनिया में आतंकवाद का अग्रणी प्रायोजक है और उसके पास परमाणु क्षमता नहीं हो सकती. हालांकि, इस दौरान एक हाउस रिपब्लिकन ने ट्रंप के फैसले की आलोचना की. केंटकी के प्रतिनिधि थॉमस मैसी ने पोस्ट किया कि यह संवैधानिक नहीं है. वह काफी लंबे समय से विदेशी युद्धों में अमेरिकी भागीदारी की विरोधी रहे हैं.

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