अगर US प्रेसीडेंट समेत मारे जाएं ये लोग? तो राष्ट्रपति बनेगा ये सीक्रेट शख्स

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Last Updated:March 05, 2025, 16:04 IST

US Designated Survivor: डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के लिए भी ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना गया था. ये वो शख्स होता है जो आपात स्थिति में राष्ट्रपति पद संभालता है. इसका नाम गोपनीय रखा जाता है. यह परंपरा शीत…और पढ़ें

डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ वो शख्स होता है जो आपात स्थिति में राष्ट्रपति पद संभालता है.

हाइलाइट्स

  • ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ आपात स्थिति में राष्ट्रपति बनता है
  • ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ का नाम गोपनीय रखा जाता है
  • अमेरिका में यह परंपरा शीत युद्ध के दौरान शुरू हुई थी

US Designated Survivor:  डोनाल्ड ट्रंप ने जब 20 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली तो उनके नए प्रशासन के सभी लोग वहां मौजूद नहीं थे. शपथ ग्रहण समारोह और स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस (सालाना भाषण) जैसे आयोजनों के लिए एक ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना जाता है. यह व्यक्ति, आमतौर पर राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल का कोई व्यक्ति होता है, जिसे कार्यक्रम में शामिल न होने के लिए चुना जाता है ताकि, किसी आपात स्थिति में राष्ट्रपति पद का उत्तराधिकार बरकरार रखा जा सके. ये इसलिए किया जाता है कि राष्ट्रपति की मृत्यु या अक्षम होने की स्थिति में उनका उत्तराधिकारी कौन होगा? वैसे तो उपराष्ट्रपति और सदन के अध्यक्ष सहित लगभग 20 अधिकारियों की सूची है जो राष्ट्रपति पद के उत्तराधिकारी हो सकते हैं. लेकिन ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ उस स्थिति में राष्ट्रपति के पद पर आ सकता है जब वे सभी लोग किसी भयावह घटना में मारे गए हों.

ऐसे बहुत कम मौके होते हैं जब अमेरिका के शीर्ष नेता एक ही कमरे में इकट्ठा होते हैं. आम तौर पर राष्ट्रपति के स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस यानी सालाना भाषण में न केवल राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और कांग्रेस के दोनों सदन बल्कि सुप्रीम कोर्ट के सभी नौ न्यायाधीश और राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के सदस्य भी शामिल होते हैं. यह कल्पना करना जितना भयानक है, इस तरह के आयोजन के दौरान कैपिटल बिल्डिंग पर टारगेटेड परमाणु हमला या आतंकवादी हमला एक झटके में अमेरिकी संघीय सरकार के लगभग पूरे नेतृत्व को मिटा सकता है.

कैसे चुना जाता है डेसिग्नेटेड सर्वाइवर?
डेसिग्नेटेड सर्वाइवर का चयन राष्ट्रपति और उनके सलाहकारों द्वारा किया जाता है. इसके लिए आमतौर पर कैबिनेट के किसी सदस्य को चुना जाता है, जो संवैधानिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिए पात्र हो. डेसिग्नेटेड सर्वाइवर की पहचान आमतौर पर सार्वजनिक नहीं की जाती है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. हालांकि, कुछ मामलों में मीडिया या जनता को इसकी जानकारी मिल जाती है. इस व्यक्ति को एक सुरक्षित और गुप्त स्थान पर रखा जाता है, जहां से वह आपातकालीन स्थिति में काम कर सके.

गुप्त रखा जाता है उसका नाम
शपथ ग्रहण समारोह और स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस आयोजन के लिए ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ का नाम गुमनाम रखा जाता है. आम तौर पर शपथ ग्रहण के लिए निवर्तमान प्रशासन डेसिग्नेटेड सर्वाइवर को चुनता है. 2021 में जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह के लिए चुने गए ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ के नाम का कभी खुलासा नहीं किया गया. 2017 में डोनाल्ड ट्रंप के पिछले शपथ ग्रहण समारोह के लिए, दो ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ थे. एक थे रक्षा सचिव जेह जॉनसन जिन्हें निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चुना था. दूसरे थे सीनेटर ओरिन हैच, जिन्हें ट्रंप ने चुना था. 

क्यों शुरू हुई ये परंपरा
‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ की परंपरा शीत युद्ध के दौरान शुरू हुई थी, जब परमाणु हमले का खतरा अधिक था. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अगर किसी आपदा या हमले में सरकार के सभी उच्च पदाधिकारी मारे जाएं, तो भी देश का नेतृत्व करने के लिए कोई व्यक्ति मौजूद हो. क्योंकि शीत युद्ध के समय सोवियत संघ के साथ तनाव चरम पर था. उस दौर में यह अकल्पनीय नहीं था कि सोवियत संघ परमाणु हथियार से कैपिटल पर निशाना नहीं साधेगा. माना जाता है कि यह परंपरा कम से कम 1960 के दशक से चली आ रही है. 

कब बना था उत्तराधिकार अधिनियम
कांग्रेस ने 1792 में मूल राष्ट्रपति उत्तराधिकार अधिनियम पारित किया, जिसमें उपराष्ट्रपति के बाद सीनेट के अस्थायी अध्यक्ष को नॉमिनेट किया गया. उसके बाद प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष को नॉमिनेट किया गया. इस अधिनियम में 1886 और 1947 में दो बार संशोधन किया गया जब यह उत्तराधिकार के वर्तमान क्रम पर पहुंचा. उपराष्ट्रपति, सदन के अध्यक्ष, सीनेट के अस्थायी अध्यक्ष, उसके बाद राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के सदस्य उसी क्रम में आते हैं जिस क्रम में उनके मंत्रिमंडल के पद बनाए गए थे. जो राज्य सचिव से शुरू होकर रक्षा सचिव के साथ समाप्त होता है.

कौन कब इसके लिए चुना गया
2023 में, राष्ट्रपति जो बाइडन के स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस के दौरान वाणिज्य सचिव गीना रायमोंडो को ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना गया था. 2016 में, तत्कालीन गृह मंत्री जेह जॉनसन को ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना गया था. यह परंपरा अमेरिकी सरकार की सुरक्षा और उत्तराधिकार सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है. व्हाइट हाउस द्वारा स्वीकार किए गए पहले नॉमिनेटेड ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’शिक्षा सचिव टेरेल बेल थे, जो राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के 1981 में कांग्रेस के संयुक्त सत्र में दिए गए संबोधन में अनुपस्थित थे, लेकिन काफी समय बाद तक बेल की पहचान नहीं हो पाई थी. हालांकि व्हाइट हाउस कभी भी ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करता. वो उन्हें ‘उपस्थित न होने वाला कैबिनेट सदस्य’ कहता है.

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