Trump on Russia Ukraine War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने बुधवार (19 फरवरी,2025) को जेलेंस्की को तानाशाह करार देते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की चुनाव कराने से बच रहे हैं और उनकी नीतियों के कारण यूक्रेन की स्थिति खराब हो गई है. ट्रंप ने दावा किया कि यूक्रेन के विद्रोहियों को वित्तीय सहायता दी गई, जिससे युद्ध और लंबा खिंच गया.
अमेरिका-यूक्रेन संबंधों में बदलाव
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने अब तक यूक्रेन को वित्तीय और सैन्य सहायता दी थी, लेकिन उनकी नीति बदल गई है और वह मॉस्को के साथ बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि जेलेंस्की की नीतियों के कारण यूक्रेन को कोई स्थायी समाधान नहीं मिल पा रहा है.
ट्रंप ने जेलेंस्की पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, “बिना चुनाव के तानाशाह, जेलेंस्की को जल्दी से आगे बढ़ना चाहिए, अन्यथा उनका देश अस्तित्व में नहीं रहेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि जेलेंस्की ने खुद माना है कि अमेरिका से मिली आर्थिक मदद का आधा हिस्सा गायब हो चुका है.
जेलेंस्की का जवाब
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप पर रूस की गलत सूचना को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ट्रंप कीव को युद्ध शुरू करने के लिए दोषी ठहरा रहे हैं, जबकि असली आक्रामक रूस है.
बाइडेन प्रशासन पर भी हमला
ट्रंप ने जो बाइडेन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने यूरोप से युद्ध में बराबरी का योगदान नहीं मांगा.”अमेरिका ने यूरोप की तुलना में 200 अरब डॉलर अधिक खर्च किए हैं, जबकि यूरोप का पैसा गारंटीकृत है, और अमेरिका को कुछ भी वापस नहीं मिलेगा.” ट्रंप ने यह भी दावा किया कि बाइडेन ने कभी शांति वार्ता की कोशिश नहीं की और जेलेंस्की युद्ध को खींचने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा, “जेलेंस्की ने खुद स्वीकार किया है कि अमेरिका की ओर से भेजे गए पैसे का आधा हिस्सा गायब हो चुका है. वह चुनाव कराने से इनकार कर रहे हैं और उनकी लोकप्रियता लगातार गिर रही है. उन्होंने बाइडेन प्रशासन को अपने पक्ष में कर लिया है, लेकिन बिना चुनाव कराए वह एक तानाशाह बन चुके हैं. अगर वह जल्द कदम नहीं उठाते, तो उनका देश अस्तित्व में नहीं रहेगा.”
युद्ध समाप्त करने की ट्रंप की योजना
ट्रंप ने यह भी कहा कि उनके प्रशासन के दौरान रूस के साथ शांति वार्ता संभव थी, लेकिन बाइडेन ने कभी कोशिश नहीं की. उन्होंने जेलेंस्की पर आरोप लगाया कि वह युद्ध जारी रखना चाहते हैं ताकि अमेरिका की वित्तीय सहायता मिलती रहे.
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