पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सोमवार सुबह अज्ञात हमलावरों की गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. यह घटना स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 9:20 बजे खैबर जिले में हुई, जहां पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी को निशाना बनाया गया. सूत्रों ने बताया कि हमलावर पुलिसकर्मी की सबमशीन गन छीनकर मौके से भाग गए.
इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी समूह ने नहीं ली है। हालांकि, सूत्रों ने संकेत दिया कि इस क्षेत्र में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़े गुटों सहित आतंकवादी समूहों की गतिविधियां बढ़ गई हैं. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर हमले की जांच शुरू कर दी.
अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान दुनिया के आखिरी दो पोलियो-स्थानिक देशों में से एक बना हुआ है. देश में पोलियोवायरस के मामलों में चिंताजनक उछाल आया है, 2024 में इस अपंग करने वाली बीमारी के 73 मामले सामने आए हैं.
पिछले कुछ वर्षों में देश में पोलियो वायरस के प्रसार को संभालने में पाकिस्तान सरकार की निरंतर नाकामी पर सवाल उठते रहे हैं, खासकर खैबर पख्तूनख्वा (केपी) और बलूचिस्तान के अशांत प्रांतों में, जहां पोलियो टीकाकरण अभियानों पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया गया. यहां तक कि स्वास्थ्य कर्मियों को निशाना भी बनाया गया.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को वर्ष 2025 के लिए राष्ट्रव्यापी पोलियो विरोधी अभियान की शुरुआत की, जिससे दक्षिण एशियाई देश से पोलियो रोग को पूरी तरह से खत्म करने के लिए उनकी सरकार के दृढ़ संकल्प की पुष्टि हुई.
3 फरवरी से 9 फरवरी तक चलने वाले टीकाकरण अभियान का लक्ष्य देश के लाखों बच्चों का भविष्य और स्वास्थ्य बचाना है, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि पोलियो टीमें बीमारी को खत्म करने के लिए देश भर के दूरदराज के इलाकों और गांवों तक पहुंचेंगी, उम्मीद है कि टीमें अपनी पूरी ऊर्जा का उपयोग करके बड़ी राष्ट्रीय जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक पूरा करेंगी.
शरीफ ने आगे कहा था कि पिछले साल देश में पोलियो के कुल 73 मामले सामने आए थे, जो एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया और साथ ही एक झटका भी लगा. उन्होंने कहा कि इस साल अब तक केवल एक नया मामला सामने आया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, पोलियो एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है जो वायरस के कारण होती है. यह तंत्रिका तंत्र पर आक्रमण करता है और कुछ ही घंटों में पूर्ण पक्षाघात का कारण बन सकता है. इसके शुरुआती लक्षण बुखार, थकान, सिरदर्द, उल्टी, गर्दन की अकड़न और अंगों में दर्द हैं.
पीएसके/एमके
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