US Mission issued Alert in Pakistan : भारत की ओर से पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में अमेरिकी मिशन ने बुधवार (7 मई) को अमेरिकी नागरिकों के लिए एक अलर्ट जारी किया है. अमेरिकी मिशन ने इसमें अमेरिकी लोगों से संघर्ष वाले क्षेत्र छोड़ने की सलाह दी है. अमेरिकी मिशन ने कहा कि वह पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर भारत की ओर से चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद ‘घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है’.
‘सैन्य गतिविधि और बंद हवाई क्षेत्र’ शीर्षक वाली सुरक्षा चेतावनी में कहा गया है, “हमें भारत की ओर से पाकिस्तान में सैन्य हमलों की रिपोर्ट के बारे में पता है. यह एक उभरती हुई स्थिति है और हम घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.”
अमेरिका ने US नागरिकों से क्या कहा?
अमेरिकी मिशन में अलर्ट जारी कर कहा, “अमेरिकी नागरिकों को आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की संभावना के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) के आसपास के क्षेत्रों के लिए ‘यात्रा नहीं करें’ के परामर्श और आमतौर पर पाकिस्तान के लिए अमेरिकी विदेश विभाग की ‘यात्रा पर पुनर्विचार करें’ सलाह की याद दिलाई जाती है.’’
चेतावनी में कहा गया, “हमें यह भी पता है कि हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है और कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.”
पाकिस्तान में US दूतावासों ने नागरिकों को दी सलाह
इस संदेश के माध्यम से पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने अमेरिकी नागरिकों को सलाह दी कि ‘‘यदि वे सुरक्षित रूप से कर सकते हों तो सक्रिय संघर्ष वाले क्षेत्रों को छोड़ दें, या किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें.’’
इसमें कहा गया, “अमेरिकी नागरिकों को सावधानी बरतनी चाहिए और यदि आप खुद को अप्रत्याशित रूप से सैन्य गतिविधियों के आसपास पाते हैं तो उस क्षेत्र को छोड़ दें. यदि स्थानांतरित नहीं हो सकते हैं तो आश्रय लें, व्यक्तिगत सुरक्षा योजना की समीक्षा करें, खामोशी से रहें, आसपास के वातावरण से अवगत रहें, पहचान पत्र साथ रखें और अधिकारियों के साथ सहयोग करें.’’
US विदेश विभाग ने मार्च में भी जारी की थी एडवायजरी
अमेरिकी विदेश विभाग ने मार्च में ‘आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की संभावना के कारण’ पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करने के लिए एक यात्रा परामर्श जारी किया था.
परामर्श में कहा गया था, ‘‘आतंकवाद के कारण बलूचिस्तान प्रांत और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत, जिसमें पूर्व संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र (एफएटीए) शामिल हैं, की यात्रा न करें और आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की आशंका के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा के सन्निकट क्षेत्र की यात्रा न करें.’’
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