US New Orleans Attack: न्यू ऑर्लियन्स में नए साल के जश्न के दौरान लोगों पर ट्रक चढ़ाने की घटना ने दिखाया कि ISIS जैसे चरमपंथी समूह अब भी अपनी हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने की क्षमता रखते हैं. हमले की सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि हमलावर के गाड़ी में ISIS के झंडे मिले, जो चिंता वाली बात है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ISIS भले ही वे अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन से भारी नुकसान झेल चुके हो. 2014 से 2017 के बीच, जब ISIS अपने चरम पर था उसने इराक और सीरिया के बड़े हिस्सों पर कब्जा कर लिया था. पूरे मध्य पूर्व में अपने प्रभाव का विस्तार किया था. उस समय के इसके नेता अबू बक्र अल-बगदादी ने खुद को खलीफा घोषित किया था.
2019 में बगदादी की मौत और सैन्य अभियानों के बाद संगठन को बड़ी चोटें लगीं, लेकिन इसके बाद इसने अपने नेटवर्क को बांट लिया, जिससे इसका आकार और ताकत का सटीक अनुमान लगाना मुश्किल हो गया है. संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि इसकी संख्या करीब 10,000 है.
ISIS की दोबारी उठने की कोशिशें
अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन ने अब भी ISIS के खिलाफ सैन्य अभियान जारी रखा है. फिर भी संगठन ने अकेले हमलों और सीमित क्षेत्रों में अपने प्रभाव को बरकरार रखा है. हाल के महीनों में न्यू ऑर्लियन्स हमला और अन्य बड़े हमलों से इसकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. मार्च 2024 में रूसी संगीत हॉल पर हमला और जनवरी 2024 में ईरानी शहर केरमान में बम धमाके ISIS के आतंकवादी नेटवर्क की ताकत को उजागर करते हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने चेताया है कि ISIS ने एक बार फिर बाहरी साजिशों और मीडिया संचालन को सक्रिय कर दिया है. इसके अलावा, गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष जैसी भू-राजनीतिक स्थितियों ने भी जिहादी भर्ती के लिए अनुकूल माहौल बना दिया है.
न्यू ऑरलियन्स हमला और जब्बार का संबंध
टेक्सास निवासी और अमेरिकी सेना के पूर्व सैनिक शम्सुद्दीन बहार जब्बार, जो अफगानिस्तान में सेवा दे चुका था. उसने न्यू ऑर्लियन्स में हमले को अंजाम दिया. जब्बार के ISIS से प्रेरित होने की पुष्टि की गई है, और उसकी कट्टरपंथी विचारधारा की जांच चल रही है. हाल के महीनों में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी बड़े सार्वजनिक समारोहों को लक्षित करने वाली योजनाओं की चेतावनी दी थी, जो चरमपंथी समूहों द्वारा प्रायोजित होती हैं.
ISIS का विस्तार और भविष्य की चुनौतियां
ISIS के पुनर्गठन की चिंताओं के बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चेतावनी दी है कि संगठन अपनी क्षमताओं को पुनः स्थापित करने की कोशिश कर सकता है. इसके अलावा, अफ्रीका में समूह की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं, जहां विदेशी लड़ाकों की आमद और स्थानीय वसूली से संगठन मजबूत हो रहा है. हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि ISIS के बड़े पैमाने पर क्षेत्रों पर दोबारा कब्जा करने की संभावना कम है, लेकिन यह छोटे, संगठित हमलों के जरिए खतरा बना रहेगा. अफ्रीका में सीमित क्षेत्रीय नियंत्रण संभव हो सकता है, लेकिन यह ISIS की व्यापक वापसी का संकेत नहीं माना जा रहा है.
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