Last Updated:June 26, 2025, 21:48 IST
Iran Uranium Missing: ईरान के गायब यूरेनियम को लेकर तरह तरह के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन 400 KG यूरेनियम कहां है, इसके बारे में किसी को जानकरी नहीं है. अमेरिका और ईरान दोनों के बयान बिल्कुल उलट हैं. तो फ…और पढ़ें
फोर्दो की इसी न्यूक्लियर साइट पर यूरेनियम होने का दावा किया जा रहा.
हाइलाइट्स
- ईरान के गायब यूरेनियम पर बिल्कुल नया अपडेट आया है.
- डोनाल्ड ट्रंप-खामेनेई दोनों के बयान बिल्कुल अलग-अलग.
- मगर एक बात तो सच, बम बिल्कुल सटीक जगह जाकर गिरे.

This Tuesday, June 24, 2025, satellite image provided by Maxar Technologies shows damage at Fordo enrichment facility after strikes in Iran on June 23. (Maxar Technologies via AP)
इसी बीच यूरोपीय यूनियन के नेताओं के बयान सामने आ गए. इन नेताओं ने माना कि ईरान की मेन न्यूक्लियर साइट पर हमले तो हुए लेकिन अभी भी ईरान का यूरेनियम भंडार पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. ठीक यही बात, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी कही. 10 दिन बाद बंकर से बाहर आए खामेनेई ने कहा, ईरान की प्रमुख न्यूक्लियर साइट पर हमलों के बावजूद अमेरिका कुछ भी खास हासिल करने में असफल रहा. दोनों बयान अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की लीक रिपोर्ट से मेल खाते हैं, जिसमें कहा गया है कि अमेरिकी हमले में ईरान के यूरेनियम भंडार पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं.
आखिर सच क्या है, क्या उसी जगह हमला हुआ जहां यह 400 KG यूरेनियम रखा गया था? बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बात सच है कि अमेरिकी बम पहाड़ के भीतर फोर्दो में सटीक निशाने पर जाकर गिरे. यह हमला पेंटागन की वर्षों की रिसर्च का नतीजा था, जिससे इतना सटीक हमला किया जा सका. अमेरिकी सेना ने न्यूक्लियर साइट के वेंटिलेशन शाफ्ट्स को निशाना बनाया और उसी गहराई में जाकर बम फोड़े, जहां 400 KG यूरेनियम रखे होने की पूरी संभावना है.
तो यूरेनियम है कहां?
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती. रिपोर्ट का मानना है कि किसी को ये नहीं पता कि जहां बम गिराए गए, उस जमीन के नीचे सेंट्रीफ्यूज किस हालत में हैं. क्योंकि अभी तक न तो अमेरिका और ना ही यूएन की न्यूक्लियर एटॉमिक एनर्जी के एक्सपर्ट उस जगह पर जा पाए हैं. इसलिए अभी भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पा रहा कि 408 किलो यूरेनियम आखिर गया कहां है. दावा तो ये भी किया जा रहा है कि फोर्दो न्यूक्लियर प्लांट के 10 किलोमीटर के इलाके में कोई नहीं जा रहा है. पूरा इलाका लगभग सील कर दिया गया है. ईरान के पास अभी कई और खुफिया न्यूक्लियर साइट हैं, जहां वह अपने परमाणु कार्यक्रम शुरू कर सकता है.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.OXBIG NEWS NETWORK.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.OXBIG NEWS NETWORK.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group… और पढ़ें
world news, world news today, latest world news, latest news, hindi world news, hindi news today, oxbig news, oxbig news network, oxbig hindi, oxbig hindi news, hindi oxbig, oxbig
English News