Japan’s Prime Minister Residence : अक्टूबर में चुने गए जापान के नए प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने अपने आधिकारिक आवास में रहने की इच्छा व्यक्त की है. हालांकि जापान के प्रधानमंत्री आवास की भूतिया होने की अफवाह काफी लंबे समय से चल रही है. 5183 वर्ग मीटर में फैले इस दो-मंजिला पत्थर और ईंट से बने मेंशन को मूल रूप से प्रधानमंत्री कार्यालय के रूप में साल 1929 में बनाया गया था. इसकी आर्ट डेको डिजाइन ने 20वीं सदी की शुरुआत में जापान के आधुनिकता को दर्शाती है. यह डिजाइन अमेरिकी आर्किटेक्ट फैंक लॉयड राइट के डिजाइन किए गए सम्राट होटल से प्रेरित था, जिसे साल 1923 में पूरा किया गया था.
जापानी राजनीतिक इतिहास में कई संघर्षों के स्थान रहा है यह भवन
प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास जापानी राजनीतिक इतिहास में कई संघर्षों का स्थल रहा है. 1932 में तत्कालीन प्रधानमंत्री त्सुओशी इनुकाई का इस आवास में युवा नौसैनिक अधिकारियों ने हत्या एक विद्रोह के दौरान कर दी थी. इस घटना के चार साल बाद एक और सैन्य विद्रोह इसी स्थान पर पनपा था. तब तत्कालीन प्रधानमंत्री केइसूके ओकाडा ने एक अलमारी में छिपकर अपनी जान बचाई, हालांकि इस विद्रोह के दौरान पांच लोग मारे गए थे. उस समय के विद्रोह के दौरान की एक गोली का निशान भवन के प्रवेश द्वार के ऊपर आज भी बना हुआ है.
2005 में आधिकारिक रूप से बना प्रधानमंत्री आवास
कई दशकों तक उपयोग के बाद इस भवन का रेनोवेशन कार्य 2005 में पूरा हुआ. जापानी सरकार ने इसे फिर से भव्य बनाने और प्रधानमंत्री के लिए एक रहने योग्य बनाने के लिए लगभग 8.6 बिलियन येन खर्च किए थे. 2005 के बाद से यह भवन आधिकारिक रूप से प्रधानमंत्री आवास बन गया.
पूर्व पीएम की पत्नी से बताए अपने अनुभव
पूर्व प्रधानमंत्री त्सुतोमू हाता की पत्नी यासुको हाता ने 1996 में इस आवास में रहने के दौरान के अपने अनुभवों के बारे में बताया था. उन्होंने वहां “अजीब और डरावनी मौजूदगी” को महसूस किया और रात के समय बग़ीचे में सैन्य अधिकारियों की आकृतियां भी देखी थीं. वहीं एक अन्य पूर्व पीएम योषिरो मोरी ने भी कहा था कि उनका इस आवास में भूतों से सामना हुआ था.
हालांकि, इन कथाओं के बावजूद, सरकारी अधिकारियों ने इन अफवाहों को बार-बार नकारा है. 2013 में जब शिंजो आबे प्रधानमंत्री के रूप में दूसरे कार्यकाल में थे, तो सरकार ने एक औपचारिक बयान जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि उन्हें भवन में किसी प्रकार की भूतिया गतिविधियों का ज्ञान नहीं है. बता दें कि रेनोवेशन से पहले एक शिंतो पुजारी के माध्यम से भवन से भूतों को निकालने के लिए एक अनुष्ठान भी किया गया था.
जापान में सबसे लंबे समय तक पीएम के रूप में रहे शिंजो आबे ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री आवास के बजाए वे टोक्यो के शिबुया जिले में अपने निजी घर में रहते थे. यहां तक की शिंजो आबे के उत्तराधिकारी योषिहिडे सुगा ने भी यहां न रहने का निर्णय लिया.
पूर्व प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा ने तोड़ी ये परंपरा
2021 के दिसंबर महीने में जापान के पीएम बने फूमियो किशिदा ने इस परंपरा को तोड़ा और पीएम आवास में रहने का निर्णय लिया. जब उनसे भूतों के बारे में पूछा गया तो किशिदा ने कहा कि उन्होंने किसी भी भूत का सामना नहीं किया.
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