इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि इजरायली-अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर गाजा से रिहा होकर इजरायल पहुंचे. वह 19 महीने तक हमास की कैद में रहे थे.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अलेक्जेंडर अपने परिवार से मिलने के लिए गाजा पट्टी से सटे दक्षिणी इजरायल के रीम सैन्य अड्डे पर पहुंचे. गाजा में पहले ली गई एक तस्वीर में अलेक्जेंडर एक काली टी-शर्ट और बेसबॉल टोपी पहने हुए दिखाई दिए थे.
वॉशिंगटन और हमास के बीच सीधी बातचीत के बाद अलेक्जेंडर को रिहा किया गया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनकी रिहाई का स्वागत करते हुए अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘एडन अलेक्जेंडर, आखिरी जीवित अमेरिकी बंधक रिहा हो रहे हैं. उनके माता-पिता, परिवार और दोस्तों को बधाई.’
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि देश एडन को गले लगाता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इजरायली सरकार सभी बंधकों और लापता लोगों- जीवित और मृत को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है और जब तक सभी घर नहीं लौट जाते, तब तक अथक प्रयास करेंगे.
इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता शिरा सोलोमन ने बताया कि एडन अलेक्जेंडर की रीम बेस पर प्रारंभिक चिकित्सा जांच की जा रही है और बाद में उन्हें तेल अवीव के इचिलोव अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा. सोलोमन ने कहा, ‘अस्पताल की मेडिकल टीम और कर्मचारी एडन को जरूरी इलाज, मनोवैज्ञानिक और पुनर्वास देखभाल प्रदान करने के साथ-साथ उनके परिवार को सपोर्ट करने के लिए भी पूरी तरह तैयार हैं.’
तेल अवीव म्यूजियम ऑफ आर्ट के सामने स्थित होस्टेजेस स्क्वायर में सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए और बड़ी स्क्रीन पर एडन की वापसी देखी. उन्होंने रिहा बंधक की तस्वीरें और तख्तियां दिखाईं, जिन पर लिखा था कि गाजा में युद्ध समाप्त होने से ही बाकी बंधकों की रिहाई संभव होगी.
हमास सूत्रों ने पुष्टि की है कि एडन को दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में एक निर्धारित स्थान पर अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति की टीम को सौंपा गया. इसके बाद उन्हें इजरायली सेना द्वारा नियंत्रित बफर जोन में ले जाया गया और फिर रीम सैन्य अड्डे पर लाया गया. खान यूनिस में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रिहाई से पहले और उसके दौरान क्षेत्र में इजरायली सैन्य गतिविधियां रोक दी गईं और माहौल शांत रहा.
हमास के सशस्त्र विंग अल-कासम ब्रिगेड ने एक बयान में कहा कि एडन की रिहाई मध्यस्थों के प्रयासों का हिस्सा थी, जिनका लक्ष्य युद्धविराम, क्रॉसिंग खोलना और गाजा में सहायता और राहत पहुंचाना है. अलेक्जेंडर इजरायली सेना में सेवारत एक अमेरिकी सैनिक है. उन्हें 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजराइल पर हमास ने अगवा कर लिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप 251 लोगों का अपहरण हुआ और लगभग 1,200 अन्य मारे गए.
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