अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस… इजरायल और ईरान के बीच जंग में कौन-सा ताकतवर देश किसके साथ? स

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Israel Attack on Iran: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार (13 जून 2025) को ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों और वरिष्ठ कमांडरों को निशाना बनाकर किए गए इजराइली हमले को ‘‘एक बहुत ही सफल प्रारंभिक हमला’’ बताया. इजरायल ने शुक्रवार को ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य परिसर पर हमला करने के लिए ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया. इस हमले में ईरान के कई प्रमुख सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए. नेतन्याहू ने कहा, ‘‘हमने एक बहुत ही सफल शुरुआती हमला किया है. ईश्वर की मदद से, हम और भी कई उपलब्धियां हासिल करने जा रहे हैं.

इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बाद से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया. इसके बाद दुनिया के तमाम देशों ने प्रतिक्रिया दी है. इसमें कई देशों ने इजरायल और ईरान का सीधे तौर पर समर्थन किया है. वहीं कई देशों ने न्यूट्रल स्टैंड रखा है. आपको बता दें कि जिन देशों ने इजरायल का समर्थन किया है. उसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, स्वीडन, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड शामिल है. वहीं जिन देशों इजरायल के खिलाफ जाकर ईरान को सपोर्ट किया है उसमें रूस, चीन, मिस्र, तुर्की, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, इराक, ओमान, सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, लेबनान, जॉर्डन, हौथी, हमास, अफगानिस्तान शामिल हैं. इसके अलावा जिसने संघर्ष को कम करने के लिए दोनों देशों से अपील की है उसमें संयुक्त राष्ट्र, भारत, जापान, आयरलैंड, अफ्रीकी संघ, यूरोपीय संघ, इटली शामिल हैं.

दुनिया के प्रमुख संस्थाओं का ईरान-इजरायल संघर्ष पर रिएक्शन

United Nation: ईरान-इजरायल के बीच जारी संघर्ष को लेकर दुनिया के तमाम समूह काफी चिंतित है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संघर्ष से बचने के लिए संयम बरतने का आह्वान किया है.गुटेरेस के प्रवक्ता फरहान हक ने कहा, “महासचिव मध्य पूर्व में किसी भी सैन्य वृद्धि की निंदा करते हैं.“ वह ईरान में परमाणु प्रतिष्ठानों पर इजरायल के हमलों से विशेष रूप से चिंतित हैं, जबकि ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच ईरान के परमाणु कार्यक्रम की स्थिति पर बातचीत चल रही है.

IAEA: संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा कि परमाणु सुविधाओं पर कभी भी हमला नहीं किया जाना चाहिए” और ईरान पर इजरायल के हमलों के बाद सभी पक्षों से आगे की वृद्धि से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा संयम बरतने का आह्वान किया.अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख ग्रॉसी ने बोर्ड के सदस्यों को दिए एक बयान में कहा, “यह घटनाक्रम बेहद चिंताजनक है… मैं दोहराता हूं कि परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा और सुरक्षा को खतरे में डालने वाली कोई भी सैन्य कार्रवाई ईरान, क्षेत्र और उससे परे के लोगों के लिए गंभीर परिणाम पैदा कर सकती है।

NATO: नाटो महासचिव मार्क रूटे ने कहा कि इजरायल के सहयोगियों के लिए तनाव कम करने के लिए काम करना महत्वपूर्ण है. स्टॉकहोम में एक समाचार सम्मेलन में रूटे ने संवाददाताओं से कहा, “मुझे लगता है कि अमेरिका सहित कई सहयोगियों के लिए तनाव कम करने के लिए काम करना अब महत्वपूर्ण है. मुझे पता है कि वे ऐसा कर रहे हैं. रूटे ने कहा, “यह इजरायल की तरफ से  एकतरफा कार्रवाई थी.

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