भारत ने सोमवार को बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त नूर-अल-इस्लाम को तलब किया और उन्हें बताया कि भारत ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीमा पर बाड़ लगाने के निर्माण में सभी निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया है.
बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को पड़ोसी देश के विदेश मंत्रालय द्वारा तलब किए जाने और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ‘‘गतिविधियों’’ पर अपनी ‘‘गहरी चिंता’’ व्यक्त करने के एक दिन बाद भारत ने यह कदम उठाया.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि नूर-अल-इस्लाम को बताया गया कि भारत ने सीमा पर सुरक्षा उपायों के संबंध में दोनों सरकारों के बीच सभी प्रोटोकॉल और समझौतों का पालन किया है. भारत ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश द्वारा पूर्व में दोनों देशों के बीच बनी सभी सहमतियों को लागू किया जाएगा तथा सीमा के आर-पार अपराधों से निपटने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाएगा.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘भारत में बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त नूर-अल-इस्लाम को विदेश मंत्रालय ने सोमवार अपराह्न दो बजे साउथ ब्लॉक में तलब किया.’’
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘यह बताया गया कि बाड़ लगाने सहित सीमा पर सुरक्षा उपायों के संबंध में भारत ने दोनों सरकारों और सीमा सुरक्षा बल और ‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश’ (बीजीबी) के बीच सभी प्रोटोकॉल और समझौतों का पालन किया है.’’
बयान में कहा गया कि भारत ने सीमा पार आपराधिक गतिविधियों, तस्करी, अपराधियों की आवाजाही और मानव तस्करी की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करके अपराध मुक्त सीमा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘कंटीले तार लगाना, सीमा पर प्रकाश व्यवस्था, तकनीकी उपकरणों की स्थापना और मवेशियों के लिए बाड़ लगाना सीमा को सुरक्षित करने के उपाय हैं.’’
बयान में कहा गया, ‘‘भारत ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश द्वारा पहले की सभी सहमतियों को लागू किया जाएगा और सीमा पार अपराधों से निपटने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाएगा.’’
रविवार को वर्मा को बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने बताया कि बीएसएफ द्वारा सीमा पर ‘‘अनधिकृत’’ बाड़ लगाने का कार्य ‘‘गहरी चिंता’’ का विषय है.
अगस्त में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गईं थीं. इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है.
एक अलग घटनाक्रम में, भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि भारत और बांग्लादेश को ‘‘एक साथ रहना है और एक दूसरे को समझना है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश हमारे लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है…हम पड़ोसी हैं, हमें एक साथ रहना है. एक दूसरे को समझना होगा. किसी भी तरह की दुश्मनी एक दूसरे के हित में नहीं है.’’
सेना प्रमुख ने यह टिप्पणी अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में की. जनरल द्विवेदी ने कहा कि बांग्लादेशी सेना के साथ भारत के रिश्ते कायम हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में सरकार बदलने के बाद द्विपक्षीय संयुक्त अभ्यास स्थगित कर दिया गया था, लेकिन स्थिति में सुधार होने पर इसे आयोजित किया जाएगा.
सुभाष
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