India-Bangladesh News: भारत ने हाल ही में बांग्लादेश के कई सामानों के लिए भारतीय लैंड पोर्ट्स को बैन कर दिया. भारत की ओर से किए गए इस इकोनॉमिक स्ट्राइक के बाद बांग्लादेश घुटनों पर आ गया. चीन में जाकर भारत के खिलाफ बोलने वाले मोहम्मद यूनुस की अब हेकड़ी निकल गई है. मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के वाणिज्य सलाहकार शेख बशीरुद्दीन ने कहा है कि बांग्लादेश कई प्रमुख बंदरगाहों पर भारत की ओर से लगाए गए निर्यात प्रतिबंध को सुलझाने के लिए भारत के साथ बातचीत करने को तैयार है.
भारत के साथ बातचीत करना चाहता है बांग्लादेश
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक बशीरुद्दीन ने कहा कि बांग्लादेश को अभी तक भारत से कोई आधिकारिक संदेश नहीं मिला है. उन्होंने कहा, “औपचारिक जानकारी मिलने के बाद हम उचित कदम उठाएंगे. अगर कोई मुद्दा उठता है तो दोनों पक्ष उस पर चर्चा करेंगे और उसका समाधान तलाशेंगे.”
एएनआई की रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया है, “हमें सोशल मीडिया और समाचारों से पता चला है कि उन्होंने (भारत) भूमि बंदरगाहों, विशेष रूप से अखौरा और दावकी बंदरगाहों के संबंध में कुछ निर्णय लिए हैं. हमारा उद्देश्य कंपटीशन को बढ़ाना है, जो दोनों देशों के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी है.”
भारत ने बांग्लादेश के इन समानों के आयात पर लगाया प्रतिंबंध
भारत ने सड़क मार्गों के माध्यम से बांग्लादेश से रेडीमेड गारमेंट्स, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, स्नैक्स, कपास और सूती धागे समेत कई वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. इससे पहले बांग्लादेश ने भारत से जमीनी रास्तों से धागे के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था. भारत ने बांग्लादेश से तीसरे देशों को माल के निर्यात के लिए ट्रांस-शिपमेंट सुविधा भी रद्द कर दी.
टेक्सटाइल इंडस्ट्री को लेकर क्या बोला बांग्लादेश?
ट्रांस-शिपमेंट और टेक्सटाइल आयात को लेकर बशीरुद्दीन ने कहा कि बांग्लादेश का निर्यात घरेलू क्षमता पर आधारित है न कि ट्रांस-शिपमेंट मार्गों पर. उन्होंने कहा, “भारत टेक्सटाइल क्षेत्र में एक समृद्ध देश है. जब हमारे देश से इन उत्पादों का निर्यात किया जाता है तो यह हमारी क्षमताओं पर आधारित होता है. हम भौगोलिक रूप से जुड़े हुए देश हैं इसलिए हमारे बीच कंपटीशन, परिवहन लागत समेत कई चीजें तय हैं. ऐसे मुद्दों को बातचीत के माध्यम से सबसे अच्छे तरीके से हल किया जा सकता है.”
बांग्लादेश से आयात पर प्रतिबंध लगाने के भारत के फैसले से पड़ोसी देश में क्रॉस बॉर्डर ट्रेड प्वाइंट के माध्यम से आने वाले 770 मिलियन डॉलर (6,600 करोड़ रुपए) मूल्य के सामानों पर प्रभाव पड़ सकता है. चीन के बाद भारत बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. वित्त वर्ष 2022-23 में, बांग्लादेश-भारत व्यापार लगभग 16 बिलियन डॉलर का था.
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