King Charles meet Mark Carney: कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच टैरिफ और कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की ट्रंप की धमकी को लेकर तनाव अभी भी जारी है. कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की बात की शुरुआत में एक मजाक के तौर पर हुई थी. दिसंबर 2024 में डोनाल्ड ट्रंप ने तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से कहा था कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बना देना चाहिए. हालांकि, 3 महीने के बाद ये मजाक दूसरे ट्रंप प्रशासन के लिए अमेरिकी विदेश नीति का लक्ष्य बन गया है. इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया, जिसके बाद दोनों के बीच विवाद और बढ़ गया.
कनाडा को कैसे मजबूत कर रहे किंग चार्ल्स
ट्रंप की धमकी को लेकर कनाडा के संसद ने एकमत होकर कहा कि कनाडा बिक्री के लिए नहीं है. हालांकि, कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष किंग चार्ल्स ने इस मामले पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है. पिछले कई हफ्तों से लोग ट्रंप के मामले पर राष्ट्राध्यक्ष की ओर से बयान का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष किंग चार्ल्स ने इस मामले पर इशारों के जरिए कनाडा को मजबूत कर रहे हैं.
किंग चार्ल्स ने क्यों नहीं दिया स्पष्ट बयान
ब्रिटेन 1689 से एक संवैधानिक राजतंत्र रहा है. जिसके ब्रिटिश साम्राज्य के राजा इसके मुखिया होते हैं, लेकिन देश की सत्ता की बागडोर प्रधानमंत्री के हाथों में होती है. ऐसे में राष्ट्राध्यक्ष किसी भी देश की राजनीति में सीधे हस्तक्षेप या टिप्पणी नहीं कर सकता, क्योंकि उसे तटस्थ रहना होता है.
ऐसे में संवैधानिक राजतंत्र के मुखिया किंग चार्ल्स अपनी संसदीय सीमा में बंधे हैं. इसके तहत वह अपने राजतांत्रिक सत्ता के भीतर अपने सभी प्रधानमंत्रियों से सलाह लिए बिना कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकते और न हीं कोई काम कर सकते हैं.
इसका सीधा मतलब यह है कि कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष अमेरिका और कनाडा के बीच जारी तनाव के बारे में ओटावा से हरी झंडी के बिना कोई राजनीतिक बयान नहीं दे सकते हैं.ॉ
world news, world news today, latest world news, latest news, hindi world news, hindi news today, oxbig news, oxbig news network, oxbig hindi, oxbig hindi news, hindi oxbig, oxbig
English News