Last Updated:March 17, 2025, 14:05 IST
नासा की मदद से स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल क्रू -10 सुनीता विलियम्स को लेने आईएसएस पर पहुंच गया है. इसे वहां पहुंचने में करीब 20 घंटे लगे. लौटने में कुछ समय लगेगा. ये कैप्सूल कई मायनों में खास है.
स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से डॉक किया जा चुका है यानि जोड़ा जा चुका है. उससे चार अंतरिक्ष यात्री इस स्टेशन पर भेजे गए. अब यही यान 9 महीने से अंतिरक्ष स्टेशन में फंसी हुई सुनीता विलियम्स और उनके साथी बैरी “बुच” विल्मोर को लेकर पृथ्वी पर लौटेगा. वापसी का ये काम कुछ घंटे बाद शुरू हो जाएगा.
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के साथ ISS पर गए थे, लेकिन तकनीकी खामियों (हीलियम लीक और थ्रस्टर की समस्या) के कारण उनकी वापसी संभव नहीं हो सकी.
क्या आपको मालूम है कि स्पेसएक्स कैप्सूल कैसा है, जिसको सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी को वापस लाने के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) भेजा गया है, एक अत्याधुनिक अंतरिक्ष यान है, जिसे स्पेसएक्स कंपनी ने डिज़ाइन और विकसित किया है. यह कैप्सूल स्पेसएक्स के “क्रू ड्रैगन” (Crew Dragon) अंतरिक्ष यान का हिस्सा है, जिसे नासा के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम (Commercial Crew Program) के तहत बनाया गया है. इसका उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी से ISS तक ले जाना और वापस लाना है.
सवाल – स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल क्या है?
– इसे एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी ने बनाया है. ये निजी अंतरिक्ष कंपनी है. यह अंतरिक्ष यान मानव मिशनों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो अंतरिक्ष यात्रियों को ISS तक ले जाता है. उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाता है. क्रू ड्रैगन में अधिकतम 07 अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जगह होती है, हालांकि नासा के मिशनों में आमतौर पर चार यात्रियों को ले जाया जाता है. इसे फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए लांच किया जाता है, जो स्पेसएक्स का ही एक फिर से इस्तेमाल किया जाने वाला रॉकेट है.

स्पेसएक्स कैप्सूल (courtesy Nasa)
सवाल – इस स्पेसएक्स कैप्सूल की खासियत क्या है?
– क्रू ड्रैगन में ऑटोमैटिक डॉकिंग सिस्टम है, यानि ये अपने खुद के सिस्टम के जरिए ISS से जुड़ सकता है. हालांकि, जरूरत पड़ने पर मैनुअल नियंत्रण भी संभव है.
पारंपरिक बटनों और स्विच के बजाय, यह टच स्क्रीन के जरिए संचालित होता है, जो इसे आधुनिक और उपयोग में आसान बनाता है. इसमें उन्नत पैराशूट सिस्टम और आपातकालीन निकास प्रणाली (SuperDraco इंजन) है, जो किसी भी समस्या के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रखने के लिए डिज़ाइन की गई है. इस कैप्सूल का फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है, इससे अंतरिक्ष मिशनों की लागत कम होती है.
सवाल – इसे कैप्सूल क्यों कहते हैं?
– स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन या अन्य अंतरिक्ष यानों को “कैप्सूल” क्यों कहा जाता है, इसका जवाब अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास, डिज़ाइन और कार्यक्षमता में छिपा है. “कैप्सूल” शब्द अंग्रेजी में छोटे, बंद और सुरक्षात्मक ढांचे को बताता है, अंतरिक्ष यानों में यह नाम उनके कॉम्पैक्ट, गोलाकार या अंडाकार डिज़ाइन के कारण पड़ा.
क्रू ड्रैगन का आकार एक छोटे, गोल-मटोल ढांचे जैसा है, जिसकी ऊंचाई लगभग 8.1 मीटर (बूस्टर के साथ) और चौड़ाई 4 मीटर है. ये पारंपरिक हवाई जहाज या स्पेस शटल से अलग, एक बंद और मजबूत “कंटेनर” जैसा दिखता है, जो इसे “कैप्सूल” की श्रेणी में लाता है.

स्पेस एक्स कैप्सूल (courtesy Nasa)
सवाल – क्यों खास है यह कैप्सूल?
– स्पेसएक्स ने अब तक कई मानव मिशनों को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिससे क्रू ड्रैगन की विश्वसनीयता साबित होती है.स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल एक अत्याधुनिक, सुरक्षित और बहुमुखी अंतरिक्ष यान है.
सवाल – स्पेसएक्स के इस क्रू ड्रैगन कैप्सूल की स्वचालित प्रणाली यानि ऑटोनॉमस सिस्टम कैसे काम करता है?
– इसका डिज़ाइन इस तरह से किया गया है कि यह ज्यादातर कार्य अपने आप कर सके. हां जरूरत पड़ने पर अंतरिक्ष यात्री इसका नियंत्रण ले सकते हैं.
क्रू ड्रैगन को लॉन्च करने, कक्षा में स्थापित करने, और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के साथ डॉकिंग करने की प्रक्रिया पूरी तरह से स्वचालित है. इसमें उन्नत सेंसर, कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ्टवेयर का उपयोग होता है जो अंतरिक्ष यान को सटीकता के साथ गाइड करते हैं. पृथ्वी पर वापसी के दौरान भी इसमें पैराशूट खोलने और समुद्र में लैंडिंग की प्रक्रिया ऑटोमैटिकली ही होगी.
सवाल – क्या इसमें पायलट की जरूरत होती है?
– अंतरिक्ष यात्री जरूरत पड़ने पर इसे मैनुअली संचालित कर सकते हैं. वैसे तो ये खुद अपने आप चल सकता है, मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री (जैसे कमांडर या पायलट) इसे एक बैकअप के तौर पर मॉनिटर करते हैं और आपात स्थिति में हस्तक्षेप कर सकते हैं. इसमें कोई पारंपरिक “पायलट” नहीं होता जो हर समय इसे उड़ाता हो, जैसा कि पुराने अंतरिक्ष यानों (जैसे स्पेस शटल) में होता था. इसके बजाय, अंतरिक्ष यात्री एक तरह से “सुपरवाइज़र” की भूमिका निभाते हैं.

स्पेसएक्स कैप्सूल पिछले अभियान में धरती पर लौटने के बाद समुद्र में लैंडिंग करते हुए (courtesy Nasa)
सवाल – स्पेसएक्स कैप्सूल क्रू -10 को पृथ्वी से आईएसएस तक जाने और लौटने में कितना समय लगता है?
– क्रू-10 मिशन का क्रू ड्रैगन कैप्सूल 14 मार्च 2025 को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से फाल्कन 9 रॉकेट के साथ लांच हुआ. ये 15 मार्च 2025 को ISS के साथ सफलतापूर्वक डॉक हो गया. लांच से लेकर ISS तक पहुंचने में इसे लगभग 24 से 28 घंटे लगे. यह समय सामान्य है, क्योंकि स्पेसएक्स मिशन अक्सर एक “धीमी और सुरक्षित” रेंडेज़वू प्रक्रिया का पालन करते हैं. इसमें कैप्सूल पहले कक्षा में स्थापित होता है, फिर धीरे-धीरे ISS के साथ अपनी गति और पोजिशन एलाइन करता है. इस बार क्रू-10 का धरती से स्पेस स्टेशन तक का सफर 26 घंटे का था.
ISS से पृथ्वी पर वापसी की प्रक्रिया आमतौर पर 6 से 20 घंटे के बीच लेती है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि कैप्सूल कितनी जल्दी कक्षा से बाहर निकलता है और उसका लैंडिंग स्थल कहां है.
सवाल – स्पेसएक्स कैप्सूल के ISS से अलग होने और पृथ्वी तक पहुंचने की प्रक्रिया किस तरह रहेगी?
– पहले अन-डॉकिंग होगी यानि कैप्सूल ISS से अलग होगा, ये कुछ मिनटों की प्रक्रिया है. पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने में लगभग 1 घंटा लगता है. इस दौरान कैप्सूल की गति 27,000 किमी/घंटा से कम होकर शून्य तक पहुंचती है. वायुमंडल में प्रवेश के बाद, पैराशूट खुलते हैं और कैप्सूल समुद्र में उतरता है. उतरने की प्रक्रिया 30-40 मिनट लेती है.
सवाल – अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन से वापस धरती पर लाने पर कितने पैसे लगेंगे या एलन मस्क की कंपनी इससे कितना कमाएगी?
– नासा जब इसके लिए कामर्शियल कंपनी की मदद लेती है तो वो उन्हें पैसा भी देती है. नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत, स्पेसएक्स को प्रति अंतरिक्ष यात्री सीट के लिए औसतन $55 मिलियन (लगभग 46 करोड़ रुपये) का भुगतान किया जाता है. क्रू-10 में चार अंतरिक्ष यात्री हैं, तो ये लागत $220 मिलियन (लगभग 183 करोड़ रुपये) होगी.
इसमें ग्राउंड सपोर्ट, मिशन कंट्रोल (हॉथोर्न, कैलिफोर्निया में स्पेसएक्स और ह्यूस्टन में नासा), ईंधन, और अन्य परिचालन लागत शामिल हैं. यह अनुमानित रूप से $20-$50 मिलियन (16-41 करोड़ रुपये) हो सकता है. स्पेसएक्स को नासा से क्रू प्रोग्राम के लिए कुल $3.5 बिलियन (लगभग 2900 करोड़ रुपये) का अनुबंध मिला है, जो कई मिशनों में बंटा है.
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
March 17, 2025, 14:05 IST
Explaine:क्या है स्पेसX कैप्सूल जो सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से लेने पहुंचा
world news, world news today, latest world news, latest news, hindi world news, hindi news today, oxbig news, oxbig news network, oxbig hindi, oxbig hindi news, hindi oxbig, oxbig
English News