Agency:News18Hindi
Last Updated:January 29, 2025, 16:48 IST
Russia Ukraine War: अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम भेजने का निर्णय लिया है, जिसमें इजरायल की ओर से स्टोर की गई बैटरियां भी शामिल हैं. रूस के हवाई हमलों से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया. हालांक…और पढ़ें
अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम भेजा है. (AP)
हाइलाइट्स
- अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम भेजा
- इजरायल ने यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइलें देने पर सहमति जताई
- रूस के हवाई हमलों से बचाने के लिए यूक्रेन को यह मदद दी गई
कीव: अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के पद संभालने के इस बात की चर्चा थी कि वह यूक्रेन को अनाथ छोड़ देंगे. लेकिन ऐसा नहीं है. पहले ऐसी खबरें आईं कि ट्रंप ने 90 दिनों के लिए यूक्रेन को हर तरह की मदद रोक दी है. लेकिन शनिवार को जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य सहायता नहीं रोकी है. अब अमेरिका ने बड़ी संख्या में यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम की बैटरियां भेजी हैं. अमेरिकी सेना ने इस सप्ताह इजरायल में स्टोर किए गए 90 पैट्रियट एयर डिफेंस मिसाइलों को पोलैंड भेजा है, जहां से इन्हें यूक्रेन में भेजा जाएगा. यूक्रेन को रूस के हवाई हमलों से बचाने के लिए यह अमेरिका की बड़ी कोशिशों का हिस्सा है. रूस के हमले के बाद से यह इजरायल की ओर से यूक्रेन को सबसे बड़ी मदद है. हालांकि सवाल यह भी है कि लड़ाई में उलझा इजरायल अपना एयर डिफेंस यूक्रेन को क्यों दे रहा है?
यूक्रेन को ज्यादा से ज्यादा पैट्रियट मिसाइलें भेजना पेंटागन की प्राथमिकता रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि रूस यूक्रेन के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों पर मिसाइल हमला करता है. पैट्रियट मिसाइलें इन हमलों से बचाने में मदद करेंगी. पिछले साल अप्रैल में इजरायल की एयरफोर्स ने आधिकारिक तौर पर पैट्रियट एयर डिफेंस को डीकमीशन यानी इस्तेमाल से बाहर कर दिया था. लगभग 30 साल पहले इन्हें दूसरे खाड़ी युद्ध के दौरान इजरायल को दिया गया था. हालांकि इजरायल के लिए अब इजरायल ने अपनी खुद का एयर डिफेंस सिस्टम बना लिया है. ऐसे में पैट्रियट बैटरियों का इस्तेमाल प्रशिक्षण के लिए किया जाता है. या फिर वह स्टोर में पड़ी रहती हैं.
यूक्रेन ने इजरायल से मांगी थी मिसाइल
एक्सियोस ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया कि इजरायली डिफेंस फोर्स की ओर से डीकमीशनिंग की घोषणा के बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने अमेरिका और इजरायल के साथ एक योजना बनाई. यूक्रेनी अधिकारियों ने प्रस्ताव रखा कि इजरायल उन मिसाइलों को अमेरिका को वापस कर दे ताकि उन्हें नवीनीकृत किया जा सके और फिर यूक्रेन भेजा जा सके. कई महीनों तक इजरायल ने इसपर सहमति नहीं जताई. उसे डर था कि रूस इसके जवाब में ईरान को भी खतरनाक हथियार देगा.
इजरायल-यूक्रेन में भी चली थी खींचतान
पिछले साल सितंबर के अंत में नेतन्याहू इस डील के लिए तैयार हो गए. हालांकि इससे पहले जेलेंस्की और नेतन्याहू में तनाव देखने को मिल रहा था. दरअसल यूक्रेन के उमान शहर में यहूदियों के एक प्रसिद्ध रब्बी दफन हैं. अति-रूढ़िवादी इजरायलियों के लिए यह एक तीर्थस्थल है. नेतन्याहू चाहते थे कि जेलेंस्की उन्हें फोन पर बात करने का मौका दें, ताकि यहूदी तीर्थयात्रियों को यूक्रेन में जाने की इजाजत मिल सके. लेकिन जेलेंस्की ने पैट्रियट मिसाइल की मंजूरी देने तक फोन नहीं उठाया. रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने रूस को इसके बारे में पहले से ही बता दिया था कि वह पैट्रियट सिस्टम को अमेरिका वापस कर रहा है न कि सीधे यूक्रेन को हथियार दे रहा है.
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January 29, 2025, 16:48 IST
यूक्रेन के लिए इतने भी बुरे नहीं हैं ट्रंप, इजरायल से उठाकर भेज दी बड़ी मदद
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