Last Updated:March 02, 2025, 05:01 IST
Donald Trump-Zelensky News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस के बाद अब यूरोप के नेता ह…और पढ़ें
डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस के बाद यूरोपीय नेताओं की बड़ी बैठक होने जा रही है.
हाइलाइट्स
- डोनाल्ड ट्रंप-जेलेंस्की विवाद के यूरोप में बड़ी बैठक
- ब्रिटिश PM स्टार्मर के आह्वान पर हो रहा है जमावड़ा
- रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म कराने पर भी चर्चा की उम्मीद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को खत्म कराने के लिए प्रेसिडेंट जेलेंस्की से मुलाकात की थी. वाइट हाउस में हुई इस बैठक ने उस वक्त गंभीर रूप ले लिया जब ट्रंप और जेलेंस्की आपस में भिड़ गए. ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को खरी-खोटी सुनाई और कहा कि वह थर्ड वर्ल्ड वॉर का गैंबल खेल रहे हैं. दूसरी तरफ, जेलेंस्की भी अपनी बातों पर अड़े रहे. इन सबके बीच, यूरोप के तमाम दिग्गज नेता रविवार 2 मार्च 2025 को लंदन में जुट रहे हैं. पूरी दुनिया की निगाहें इस सम्मेलन पर टिकी हैं. बैठक के नतीजे जेलेंस्की के लिए राहत लेकर आएंगे या फिर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए अच्छा साबित होगा.
दरअसल, रूस और यूक्रेन के मसले पर लंदन में यूरोपीय नेताओं का सम्मेलन होगा. सम्मेलन का आयोजन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर के निमंत्रण पर होने जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप और ज़ेलेंस्की में तीखी बहस के बाद सम्मेलन का महत्व और बढ़ गया है. गौर करने वाली बात यह है पीएम किएर स्टार्मर ने इस वाकये के बाद ट्रंप और जेलेंस्की दोनों से बात की है. लंदन में सम्मेलन का मकसद रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म कराना और कीव की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है. ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका के रुख में बदलाव के बाद यूरोपीय देशों के नेता अपने एक्शन प्लान को यूक्रेन के सामने रखेंगे. इसमें यूक्रेन में शांति और यूक्रेन की संप्रभुता की बात होगी.
लंदन में यूरोपीय नेताओं का सम्मेलन 5 वजहों से महत्वपूर्ण है -:
पहला: ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस सम्मेलन में प्रमुख विषय रहेगा. जेलेंस्की और ट्रंप के बीच कैसे संबंध सामान्य रहे, इसकी कोशिश रहेगी. यूरोप हमेशा चाहेगा कि यूक्रेन मसले पर अमेरिका हमेशा साथ रहे. तीखी बहस के बाद यूरोप के ज्यादातर नेताओं ने यूक्रेन मसले पर जेलेंस्की के पक्ष का समर्थन किया है.
दूसरा: अमेरिका की तरफ से NATO और यूक्रेन को समर्थन न देने की आशंका के बीच यूरोप के देश यूक्रेन को सुरक्षा सहयोग देने की जरूरत पर चर्चा करेंगे.
तीसरा: जर्मनी के संभावित चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने यूरोप की अमेरिका पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया है. सम्मेलन में इस मसले पर भी चर्चा होगी.
चौथा: सम्मलेन के जरिए यूरोप के देश देखेंगे कि क्या वो अमेरिका के बगैर यूक्रेन की रक्षा कर सकते हैं जो कि एक चुनौती होगी.
पांचवां: यूक्रेन मसले पर रूस के आक्रमण पर यूरोप के देश का रुख क्या होगा, इसपर भी नजर रहेगी. डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस ने दो अहम सवालों को जन्म दिया है. पहला, बिना अमेरिकी मदद यूक्रेन कैसे रूस का सामना करेगा और दूसरा उस नाटो का भविष्य क्या होगा, जिसमें शामिल होने के लिए जेलेंस्की ने रूस के साथ युद्ध छेड़ा.
New Delhi,Delhi
March 02, 2025, 05:01 IST
ट्रंप के खिलाफ मोर्चा…आज यूरोपीय नेताओं का जमावड़ा, जेलेंस्की का क्या होगा
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