Elon musk predict future of Canada: टेस्ला के सीईओ और सोशल मीडिया एक्स के मालिक एलन मस्क ने हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को लेकर भविष्यवाणी की है. मस्क ने सोशल मीडिया पर संकेत दिया कि अगले साल होने वाले कनाडाई चुनावों में ट्रूडो की सरकार गिर सकती है. मस्क ने एक कनाडाई यूजर के सवाल के जवाब में कहा, “वह आगामी चुनाव में चले जाएंगे,” जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि मस्क ट्रूडो की अल्पमत वाली सरकार की भविष्य में हार की संभावना को देख रहे हैं.
मस्क ने सोशल मीडिया पर न केवल ट्रूडो की हार की भविष्यवाणी की बल्कि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ को लेकर भी टिप्पणी की जिसे उन्होंने “मूर्ख” कहकर संबोधित किया. मस्क का यह रवैया उनकी विवादास्पद टिप्पणियों और स्पष्ट बयानों के लिए जाना जाता है, जो अक्सर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन जाते हैं.
“He will be gone in the upcoming election”: Elon Musk on Canada’s PM Trudeau’s political future
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— ANI Digital (@ani_digital) November 8, 2024
खालिस्तानी समर्थक कनाडाई PM
खालिस्तानी समर्थक कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो 2013 से लिबरल पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार फिलहाल अल्पमत में है, जिससे उनकी स्थिति कमजोर मानी जा रही है. 2025 के चुनावों में ट्रूडो की पार्टी का मुख्य मुकाबला पियरे पोइलिवरे के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी और जगमीत सिंह के नेतृत्व वाली न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी से होगा. ट्रूडो सरकार को कई मुद्दों पर विपक्ष का विरोध झेलना पड़ रहा है, जिनमें प्रमुख मुद्दा अनियंत्रित आप्रवासन का समर्थन है.
भारत-कनाडा संबंधों में गिरावट का असर
हाल के दिनों में भारत-कनाडा संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए हैं, जिसका कारण कनाडा द्वारा भारत पर लगाए गए गंभीर आरोप हैं. खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर आरोप लगाते हुए ट्रूडो ने कहा कि भारतीय एजेंसियां इसमें शामिल हो सकती हैं. भारत ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया और ट्रूडो सरकार की खालिस्तानी गतिविधियों पर लगाम लगाने में नाकाम रहने पर आलोचना की है. इसके अलावा भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया है, जो द्विपक्षीय संबंधों में तनाव का संकेत है.
ट्रूडो के खिलाफ बढ़ता विरोध
ट्रूडो सरकार के खिलाफ विरोध के स्वर लगातार बढ़ रहे हैं. उनकी सरकार को आप्रवासन नीतियों और भारत के साथ खराब होते संबंधों के कारण आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. 2025 में होने वाले चुनाव उनके राजनीतिक करियर के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं और मस्क जैसे वैश्विक प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा की गई टिप्पणी ने इस मुद्दे को और उभार दिया है.
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