US ban Argentina Ex-President Entry: अमेरिका ने अर्जेंटीना की पूर्व राष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज डी किर्चनर पर की एंट्री पर बैन लगा दिया है. बताया जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन ये प्रतिबंध उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोपों के चलते की वजह से लगाया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने उनके अलावा अर्जेंटीना के पूर्व योजना मंत्री जूलियो मिगुएल डी विडो और उनके परिवारों पर भी बैन लगाया है.
क्रिस्टीना फर्नांडीज और डी विडो पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार किया और रिश्वतखोरी में शामिल रहे. इस भ्रष्टाचार की वजह से अर्जेंटीना सरकार को लाखों डॉलर का नुकसान हुआ. ये मामला सिर्फ आरोपों तक सीमित नहीं है बल्कि अदालतों ने भी इन्हें दोषी करार दिया है.
अमेरिका ने फर्नांडीज और विडो को भ्रष्टाचार का दोषी बताया
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार (21 मार्च) को जारी बयान में कहा कि कई अदालतों ने फर्नांडीज और डी विडो को भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करता रहेगा जो व्यक्तिगत फायदे के लिए सार्वजनिक शक्ति का गलत इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा ‘ये प्रतिबंध वैश्विक स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. हम किसी भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ेंगे.’
6 साल की जेल, सरकारी पद पर आजीवन प्रतिबंध
अर्जेंटीना की संघीय अदालत ने फर्नांडीज डी किर्चनर को भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार देते हुए उन्हें छह साल की जेल और सार्वजनिक पद पर आजीवन प्रतिबंध की सजा सुनाई थी. उन पर आरोप था कि 2007 से 2015 के बीच राष्ट्रपति रहते हुए उनके प्रशासन ने सार्वजनिक निर्माण कार्यों के ठेके देने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की थी. मुख्य अभियोजक ने इस घोटाले को अर्जेंटीना के इतिहास का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार घोटाला करार दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने भी निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा था.
फर्नांडीज पर हो चुका है जानलेवा हमला
भ्रष्टाचार के आरोपों के अलावा क्रिस्टीना फर्नांडीज डी किर्चनर एक जानलेवा हमले की भी शिकार हो चुकी हैं. साल 2022 में फर्नांडीज पर ब्यूनस आयर्स स्थित उनके घर के बाहर एक शख्स ने बंदूक तानकर ट्रिगर दबा दिया था, लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से गोली नहीं चली थी. इस घटना के बाद अर्जेंटीना में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ था और उनके हजारों समर्थक सड़कों पर उतर आए थे.
अमेरिका का भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख
अमेरिका लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठा रहा है और ऐसे नेताओं पर प्रतिबंध लगाने की नीति अपना रहा है. क्रिस्टीना फर्नांडीज डी किर्चनर पर प्रतिबंध इसी नीति का हिस्सा है जिससे ये स्पष्ट होता है कि अमेरिका किसी भी देश के भ्रष्ट नेताओं को अपने यहां एंट्री की अनुमति नहीं देगा.
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