नई दिल्ली. अमेरिका और चीन ड्रोन मारने की तकनीक में महारत हासिल करने की होड़ में लगे हुए हैं. दोनों महाशक्तियां ड्रोन स्वार्म्स को मात देने की कोशिश कर रही हैं, जो भविष्य के युद्ध की तस्वीर को बदल सकते हैं. द वॉर ज़ोन की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन की डायरेक्टेड-एनर्जी काउंटर-ड्रोन की कोशिश तेजी से आगे बढ़ रही है. इसका नमूना झुहाई एयरशो 2024 में देखा गया था, जहां कई हाई-पावर माइक्रोवेव सिस्टम को चीन ने दुनिया के सामने पेश किया था. हालांकि, इस एयरशो में खास आकर्षण तीन बड़े मोबाइल ग्राउंड-बेस्ड हाई-पावर माइक्रोवेव-डायरेक्टेड एनर्जी हथियार थे, जो मुख्य रूप से ड्रोन को मार गिराने या खत्म करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.
वॉर ज़ोन रिपोर्ट में बताया गया है कि ये सिस्टम्स, जो चाइना साउथ इंडस्ट्रीज ग्रुप कॉरपोरेशन (CSGC) और नोरिनको द्वारा विकसित किए गए हैं, में एक माइक्रोवेव सिस्टम शामिल है जो 8×8 लाइट आर्मर्ड व्हीकल पर माउंट किया गया है और दूसरा शैकमैन SX2400/2500-सीरीज 8×8 ट्रक पर माउंट किया गया है. रिपोर्ट में यह भी जिक्र किया गया है कि इन सिस्टम्स में टारगेट डिटेक्शन और ट्रैकिंग के लिए प्लानर एरेज़ और रडार शामिल हैं. झुहाई एयरशो ऐवेंट ने वास्तव में काउंटर ड्रोन क्षमताओं की बढ़ती वैश्विक मांग को सबके सामने लाने का काम किया, जो सशस्त्र संघर्षों में हथियारों के बढ़ते उपयोग, विशेष रूप से यूक्रेन में, से प्रेरित है.
‘द वॉर ज़ोन’ की रिपोर्ट में बताया गया है कि इन नए सिस्टम्स की क्षमताओं के बारे में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन उनका डेवलपमेंट और तैनाती चीन के हवाई खतरों का मुकाबला करने की रणनीति को दिखाता है. ‘द वॉर ज़ोन’ ने इस महीने यह भी रिपोर्ट किया कि अमेरिकी सेना ने अपने Coyote Block 2 इंटरसेप्टर्स का इस्तेमाल करके विभिन्न ग्लोबल ऑपरेशंस में 170 ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया, जो बिना पायलट वाले हवाई खतरों से निपटने में इस एंटी-ड्रोन हथियार की बढ़ती अहमियत को जाहिर करता है.
‘द वॉर ज़ोन’ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने Coyote इंटरसेप्टर्स को अमेरिका के बाहर 36 अज्ञात स्थलों पर तैनात किया है, जिनमें यूएस सेंट्रल कमांड, (CENTCOM), यूएस अफ्रीका कमांड (AFRICOM) और यूएस यूरोपियन कमांड (EUCOM) के क्षेत्र शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी रक्षा कॉन्ट्रैक्टर्स रेथियॉन द्वारा निर्मित कोयोट ब्लॉक 2 एक हाई-विस्फोटक वॉरहेड का इस्तेमाल करता है और यह लो, स्लो, अनमैन्ड एयरक्राफ्ट इंटीग्रेटेड डिफीट सिस्टम (LIDS) का हिस्सा है, जिसमें मोबाइल और स्थिर साइट कम्पोनेंट्स शामिल हैं.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिकी सेना 2029 तक अपने जखीरे में 6,700 नए कोयोट इंटरसेप्टर्स और अतिरिक्त लॉन्चर और रडार जोड़ने की योजना बना रही है. ‘द वॉर ज़ोन’ के अनुसार, अमेरिकी सेना ब्लॉक 3 वेरिएंट्स को गैर-किनेटिक पेलोड्स के साथ विकसित कर रही है और अन्य काउंटर ड्रोन तकनीकों की भी खोज कर रही है, जिसमें डायरेक्टेड एनर्जी हथियार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम्स शामिल हैं.
Tags: China, United States
FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 20:39 IST
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