B-2 बमवर्षक से सबसे बड़ा हमला, फिर भी ईरान संग जंग से इनकार क्‍यों कर रहा US

Must Read

Last Updated:June 23, 2025, 05:01 IST

अमेर‍िका ने ईरान पर ताबड़तोड़ हमले क‍िए हैं, इसके बावजूद वह कह रहा क‍ि अमेर‍िका इस जंग में नहीं है. आख‍िर इसकी वजह क्‍या है.

अमेर‍िकी उपराष्‍ट्रपत‍ि जेडी वेंस ने कहा, हम ईरान से जंग नहीं चाहते.

हाइलाइट्स

  • ईरान पर बमों की बार‍िश के बावजूद अमेर‍िकी नेता खुद को जंग से दूर बता रहे हैं.
  • इसके पीछे की कहानी ये है क‍ि अमेर‍िका खुद को घर में घिरा हुआ नहीं देखना चाहता.
  • अमेर‍िका के लोग खुद को एक और युद्ध में फंसते हुए नहीं देखना चाहते.

अमेर‍िका ने B-2 बमवर्षक विमानों से ईरान पर अब तक का सबसे बड़ा हमला क‍िया. इसके बावजूद अमेर‍िका बार बार कह रहा है क‍ि वह जंग में शामिल नहीं है. वह ईरान के साथ आगे जंग नहीं करना चाहता. खुद अमेर‍िकी उपराष्‍ट्रपत‍ि ने कहा, हम जंग को आगे नहीं बढ़ाना चाहते. लेकिन अगर ईरान अटैक करता है तो जवाब जरूर देंगे. आख‍िर इसके पीछे कहानी क्‍या है? ईरान के साथ जंग से इनकार क्यों कर रहा अमेरिका?

सबसे पहले जान‍िए अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा क्‍या? एनबीसी के साथ एक इंटरव्‍यू में वेंस ने कहा, अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं करना चाहता. हमारा उद्देश्‍य काफी सीमित है. हम उसकी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को खत्‍म करना चाहते हैं. हमारा मानना ​​है कि हमने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट कर दिया है. अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बहुत लंबे समय तक पीछे धकेल दिया है. हमारा टारगेट सिर्फ इतना था. हमने स्‍मार्ट रास्‍ता चुना और ईरान को परमाणु बम बनाने से काफी पीछे धकेल द‍िया है. हम नहीं चाहते कि ईरान के पास परमाणु हथियार हो.

बातचीत करने का न्‍योता
वेंस ने कहा, ईरान को यह बात समझनी चाह‍िए और उसे बातचीत की टेबल पर लौटना चाह‍िए. उसे पता है क‍ि अमेर‍िका की चाहत क्‍या है. अमेरिका समृद्ध यूरेनियम के अपने भंडार के बारे में ईरानियों के साथ बातचीत करेगा, ताकि हम उस ईंधन के साथ कुछ कर सकें. वेंस ने ईरान को अमेरिकी सैनिकों पर हमलों के खिलाफ भी चेतावनी दी, उन्होंने कहा- अगर ईरान ने ऐसा करने की ह‍िमाकत की तो हम उसे पूरी ताकत के साथ जवाब देंगे. रक्षा मंत्री पीट हेजसेथ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कहा, यह हमला सीमित और सटीक था, जिसका उद्देश्य केवल ईरान की परमाणु क्षमताओं को निष्क्रिय करना था, न कि युद्ध शुरू करना. अमेरिका नहीं चाहता कि यह हमला पूरे क्षेत्र में एक और लंबी और खुली जंग का रूप ले ले, जैसा अनुभव इराक और अफगानिस्तान में हो चुका है.

आख‍िर क्‍यों दूरी बना रहा अमेर‍िका?
1.अमेरिका में जनता अब लंबे युद्धों से थक चुकी है. ट्रंप और उनकी टीम नहीं चाहते कि अमेरिका किसी और युद्ध में फंसे.
2. युद्ध महंगा सौदा है. अमेरिका पहले ही यूक्रेन को लेकर खर्च कर रहा है और अब वह ईरान से जंग की आर्थिक मार नहीं झेलना चाहता.
3.अमेरिका की रणनीति अब चीन पर फोकस्‍ड है. ऐसे में मिडल ईस्ट में पूरी ताकत झोंकना उसके लिए रणनीतिक रूप से नुकसानदेह होगा.
4. अमेरिका नहीं चाहता कि उसका हमला वैश्विक तेल बाजार में उथल-पुथल मचा दे, जिससे दुनिया भर में आर्थिक असंतुलन हो.
5. अमेरिका ईरान पर दबाव बनाए रखना चाहता है, लेकिन साथ ही यह दिखाना चाहता है कि वह युद्ध नहीं, शांति चाहता है, ताकि सहयोगी देश भी पीछे न हटें.

homeworld

B-2 बमवर्षक से सबसे बड़ा हमला, फिर भी ईरान संग जंग से इनकार क्‍यों कर रहा US

global politics, world politics, politics news, hindi news, latest hindi news, hindi news today, latest hindi news, oxbig, oxbig news, oxbig news network, oxbig news hindi, hindi oxbig, oxbig hindi

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -