Last Updated:April 06, 2025, 23:44 IST
Trump Tariff: राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ नीति पर व्हाइट हाउस में दरार, पीटर नवारो और एलन मस्क आमने-सामने आ गए हैं. नवारो ने मस्क पर अपने हितों की रक्षा का आरोप लगाया, मस्क ने नवारो की योग्यता पर सवाल उठाए.
ट्रंप के दो प्रमुख आर्थिक सलाहकार टैरिफ मुद्दे पर आपस में भिड़ गए हैं. (फोटो AP)
हाइलाइट्स
- व्हाइट हाउस में ट्रंप की टैरिफ नीति पर दरार
- पीटर नवारो और एलन मस्क आमने-सामने
- मस्क ने नवारो की योग्यता पर सवाल उठाए
वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विवादास्पद टैरिफ नीति को लेकर व्हाइट हाउस के भीतर ही गहरी दरार सामने आ गई है. ट्रंप के दो प्रमुख आर्थिक सलाहकार पीटर नवारो और एलन मस्क सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए हैं. नवारो ने मस्क पर प्रमुख व्यापारिक साझेदारों पर अमेरिकी टैरिफ का विरोध करके केवल ‘अपने हितों की रक्षा’ करने का आरोप लगाया है. जबकि मस्क ने नवारो की शिक्षा और आर्थिक अनुभव पर सवाल उठाए हैं. इससे ट्रंप प्रशासन के भीतर बढ़ती तकरार उजागर हो गई है.
यह विवाद तब और गहरा गया जब पीटर नवारो ने फॉक्स न्यूज संडे के साथ एक इंटरव्यू में एलन मस्क की टैरिफ विरोधी टिप्पणियों की आलोचना की. नवारो ने स्वीकार किया कि मस्क जो सरकारी दक्षता विभाग (DOE) में भी भूमिका निभा रहे हैं, उस पद पर अच्छा काम कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि मस्क का टैरिफ का विरोध उनकी कंपनियों के व्यावसायिक हितों से प्रेरित है.
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पीटर ने मस्क पर क्या लगाए आरोप?
पीटर नवारो ने कहा, “जब एलन अपने DOE लेन में होते हैं तो वे शानदार होते हैं, लेकिन हम समझते हैं कि यहां क्या हो रहा है. एलन कार बेचते हैं. वे केवल अपने हितों की रक्षा कर रहे हैं.” नवारो ने आगे इस बात पर प्रकाश डाला कि मस्क की प्रमुख कंपनी टेस्ला टैरिफ से सीधे प्रभावित होगी. क्योंकि यह चीन, मेक्सिको, जापान, ताइवान और अन्य देशों से बड़ी मात्रा में ऑटोमोबाइल सामानों का आयात करती है. उन्होंने तर्क दिया कि मस्क का टैरिफ का विरोध स्वाभाविक रूप से उनकी कंपनी की लाभप्रदता को बनाए रखने की इच्छा से उपजा है.
मस्क ने आरोप को किया खारिज
हालांकि एलन मस्क ने नवारो के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Xपर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मस्क ने न केवल नवारो के तर्कों को चुनौती दी. बल्कि उनकी शैक्षणिक योग्यता और व्यावहारिक अनुभव पर भी सवाल उठाए.
मस्क ने एक पोस्ट में लिखा “हार्वर्ड से इकोनॉमिक्स में पीएचडी होना एक बुरी बात है, अच्छी नहीं.” अपने पोस्ट में उन्होंने सुझाव दिया कि नवारो की उच्च शिक्षा उन्हें वास्तविक दुनिया की आर्थिक जटिलताओं से अलग कर सकती है. उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, “यह अहंकार/दिमाग»1 समस्या का परिणाम है.”
ट्रंप को हुआ है नुकसान
गौरतलब है कि एलन मस्क पहले राष्ट्रपति ट्रंप के एक मुखर समर्थक रहे हैं और उन्हें शीर्ष सलाहकार के रूप में भी जाना जाता था. हालांकि ट्रंप की हालिया “लिबरेशन डे” टैरिफ घोषणा के बाद से मस्क काफी शांत रहे हैं. अकेले टेस्ला के CEO को बाजार में गिरावट के कारण 30 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ. इससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि टैरिफ का व्यक्तिगत वित्तीय प्रभाव मस्क के नीतिगत विरोध को हवा दे रहा है.
अब आगे क्या?
यह देखना बाकी है कि व्हाइट हाउस के भीतर यह बढ़ता हुआ विवाद राष्ट्रपति ट्रंप की व्यापार नीतियों को कैसे प्रभावित करेगा. क्या वह अपने दीर्घकालिक सलाहकार नवारो के संरक्षणवादी रुख पर कायम रहेंगे. या वह मस्क और अन्य उद्योग जगत के नेताओं की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए कुछ रियायतें देंगे? इस टकराव के परिणाम न केवल अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए बल्कि वैश्विक व्यापार संबंधों के लिए भी व्यापक हो सकते हैं. यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था पहले से ही विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रही है और प्रमुख व्यापारिक शक्तियों के बीच किसी भी तरह का बढ़ता तनाव अनिश्चितता को और बढ़ा सकता है.
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