Last Updated:May 30, 2025, 18:11 IST
US News: अमेरिका में डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के अफसर नाथन विलास ने पैसे और विदेशी नागरिकता के लालच में गोपनीय जानकारी लीक की. FBI ने उसे अंडरकवर ऑपरेशन में रंगे हाथों पकड़ा.
हाइलाइट्स
- नाथन विलास ने पैसे और नागरिकता के लिए गोपनीय जानकारी लीक की
- FBI ने अंडरकवर ऑपरेशन में नाथन को रंगे हाथों पकड़ा
- नाथन ने टॉप सीक्रेट जानकारी नोटपैड और थंब ड्राइव में दी
वाशिंगटन: एक तरफ वतन से वफादारी की मिसालें हैं, तो दूसरी तरफ लालच में देश बेचने वाले लोग भी. अमेरिका में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहाँ डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (DIA) के एक अफसर ने पैसे और विदेशी नागरिकता की चाह में अपने ही देश की जड़ों को हिला देने वाला काम कर डाला. 28 साल का नाथन विलास 2019 से अमेरिका की डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी में IT एक्सपर्ट था. उसकी तैनाती थी ‘इनसाइडर थ्रेट डिवीजन’ में – यानी वो यूनिट जो अपने ही सिस्टम के भीतर छुपे खतरे की पहचान करती है. हैरानी की बात है कि वही आदमी अब खुद अमेरिका की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया.
नाथन के पास थे ‘टॉप सीक्रेट’ लेवल की जानकारियां थीं. ऐसे दस्तावेज जो सिर्फ गिने-चुने लोगों तक सीमित होते हैं. लेकिन नाथन का मन अब अमेरिकी सरकार के विरोध में हो चुका था. वो खुद को किसी दूसरे मुल्क में देखना चाहता था, शायद एक नई पहचान के साथ. अमेरिका की जांच एजेंसियों को भनक लगी कि नाथन किसी विदेशी सरकार से संपर्क में है. उन्होंने उसे पकड़ने की चाल चली. FBI का एक अफसर ‘विदेशी एजेंट’ बना. इस अंडरकवर अधिकारी से नाथन ने न केवल गोपनीय जानकारी साझा करने की इच्छा जताई, बल्कि ईमेल में यह तक लिख दिया कि वह अमेरिकी नीतियों से नाखुश है और बदले में उसे उस देश की नागरिकता चाहिए.
ऐसा पकड़ा गया
इसके बाद शुरू हुआ असली खेल. नाथन ने टॉप सीक्रेट जानकारी एक नोटपैड में लिखी और वही जानकारी उस अंडरकवर एजेंट को सौंप दी. इतना ही नहीं, उसने थंब ड्राइव में डाले दस्तावेजों को पार्क में छुपाकर सौंपा, बिल्कुल जासूसी थ्रिलर की स्टाइल में. अमेरिकी एजेंसियों ने इस पूरे ऑपरेशन की पुष्टि होते ही उसे रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई. तय किया गया कि नाथन एक बार फिर गुप्त दस्तावेज लेकर एक स्थान पर पहुंचे – और बृहस्पतिवार की शाम को, जैसे ही वह दस्तावेज लेकर वहां पहुंचा, एजेंसियों ने उसे दबोच लिया.
पहले भी अमेरिका झेल चुका है ऐसे ‘अंदर के दुश्मन’
यह कोई पहली घटना नहीं है. हाल ही में अमेरिका ने एक और नागरिक को इजरायल में उसके दूतावास को उड़ाने की साजिश में गिरफ्तार किया था. लेकिन नाथन का मामला चौंकाने वाला इसलिए है क्योंकि वह खुद खुफिया तंत्र का हिस्सा था. वो सिस्टम का वह गुप्त प्रहरी था जिससे देश की सुरक्षा सुनिश्चित होती है.

योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब OXBIG NEWS NETWORK हिंदी के इंटरने…और पढ़ें
योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब OXBIG NEWS NETWORK हिंदी के इंटरने… और पढ़ें
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