Last Updated:March 03, 2025, 10:48 IST
US Cyber Attack Russia: अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेग्सेथ ने रूस के खिलाफ आक्रामक साइबर ऑपरेशन रोकने का आदेश दिया. यह फैसला यूक्रेन पर शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए लिया गया है. हालांकि, रूस अब भी अमेरिकी ने…और पढ़ें
अमेरिका ने पेंटागन को रूस के खिलाफ साइबर अटैक से रोका. (Reuters)
हाइलाइट्स
- अमेरिका ने रूस के खिलाफ साइबर ऑपरेशन रोका
- यूक्रेन पर शांति वार्ता के लिए साइबर ऑपरेशन रोका गया
- रूस ने अमेरिकी नेटवर्क में घुसपैठ की कोशिश की
वॉशिंगटन: ट्रंप प्रशासन आने के बाद रूस के अच्छे दिन आ गए हैं. इसका एक उदाहरण फिर देखने को मिला है. अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेग्सेथ ने पेंटागन में साइबर कमांड को रूस के खिलाफ आक्रामक साइबर ऑपरेशन रोकने का आदेश दिया है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक दो पूर्व और एक वर्तमान अधिकारियों ने इस सीक्रेट आदेश की जानकारी दी. अमेरिका ने यह कदम इसलिए उठाया है, ताकि यूक्रेन पर शांति वार्ता हो सके. हेग्सेथ का आदेश रूस के खिलाफ सभी ऑपरेशनों के पुनर्मूल्यांकन का हिस्सा है, जिसे अभी तक सार्वजनिक रूप से समझाया नहीं गया है. हालांकि यह आदेश राष्ट्रपति ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में तीखी बहस से पहले जारी हुआ है.
रक्षा विभाग का आदेश किस हद तक लागू होगा और इसकी अवधि क्या होगी यह अभी तक साफ नहीं है, क्योंकि आक्रामक और रक्षात्मक साइबर ऑपरेशन के बीच की लाइन बेहद धुंधली होती है. लेकिन इसके बावजूद पुतिन के प्लान को समझने और रूस के अंदर चल रही बहसों को ट्रैक करने के लिए यह महत्वपूर्ण है. पूर्व अधिकारियों ने कहा कि जब भी कोई संवेदनशील कूटनीतिक बातचीत होती है तो सैन्य ऑपरेशनों पर रोक लगाना आम बात है. क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया गया तो बातचीत बाधित हो सकती है. हालांकि ट्रंप प्रशासन के लिए रूसी लक्ष्यों के खिलाफ साइबर हमले से पीछे हटना एक बड़ा जोखिम है.
रूस ने नहीं रोके ट्रंप प्रशासन पर हमले
यूरोपीय ताकतें लगातार यह कहती रही हैं कि यूक्रेन के लिए उनका समर्थन कम नहीं हुआ है. वहीं, ट्रंप कई बार यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए खुद को एक तटस्थ के रूप में पेश करते रहे हैं और पुतिन का खुलकर पक्ष लिया है. ट्रंप प्रशासन के इस कदम का मकसद है कि पुतिन अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों के खिलाफ अपनी आक्रामकता कम कर दें. लेकिन रूस ऐसा करता नहीं दिख रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि रूस ने ट्रंप प्रशासन के पहले सप्ताह में अमेरिकी नेटवर्क में घुसपैठ की कोशिश की है. पिछले एक साल में अमेरिकी अस्पतालों, बुनियादी ढांचे और शहरों पर रैंसमवेयर हमले बढ़े हैं, जिनमें से कई रूस से शुरू हुए. अमेरिकी खुफिया अधिकारी मानते हैं कि ज्यादातर आपराधिक कृत्य को रूस की खुफिया एजेंसियों ने मंजूरी दी है या नजरअंदाज किया है.
साइबर हमले में मदद देता रहा है अमेरिका
रूस पर आरोप लगते रहे हैं कि वह यूरोप में साइबर हमले करता है. अमेरिका अब तक यूरोपीय देशों को सीक्रेटसाइबर ऑपरेशन के जरिए मदद देता रहा है. लेकिन अमेरिकी रक्षा मंत्री के इस आदेश से सहयोग खतरे में पड़ सकता है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने रविवार को यूक्रेन पर रूस को बातचीत की मेज पर लाने पर जोर दिया. इसके अलावा यह भी स्वीकार किया कि उन्हें यह पता नहीं कि पुतिन कोई समझौता करने को तैयार हैं या नहीं.
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March 03, 2025, 10:48 IST
रूस के खिलाफ साइबर हमले रोक दो… पुतिन को खुश करने के लिए US का बड़ा आदेश
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