Last Updated:March 25, 2025, 21:35 IST
अमेरिका के सबसे अमीर लोग स्विट्जरलैंड में बैंक खाते खोलने की होड़ में लगे हैं. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अमेरिकी अमीरों को आर्थिक मंदी और डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के निशाने पर आने का डर सता रहा है.
अमेरिका के अमीर लोग अचानक स्विस बैंकों में खोलने लगे खाते.
हाइलाइट्स
- अमेरिका के अमीर स्विस बैंकों में खाते खोल रहे हैं.
- आर्थिक मंदी और ट्रंप प्रशासन का डर प्रमुख कारण.
- स्विस बैंक खाते खोलने की होड़ बढ़ी.
क्या 2008 वाली तबाही लौटने वाली है? आखिर अमेरिका के अमीर लोग अचानक स्विस बैंकों में खाते क्यों खोलने लगे हैं? एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि अमेरिका में मंदी आने वाली है जो 2008 से भी ज्यादा भयानक होगी. इसलिए अमीर लोग अपने पैसे स्विस बैंकों में जमा कर रहे हैं. दूसरा दावा किया जा रहा है कि अमीर लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि वे डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर आने वाले हैं. इसलिए वे स्विस बैंकों की ओर भाग रहे हैं. लेकिन क्या यही सच है, एक्सपर्ट क्या कह रहे हैं?
आखिर क्या हो रहा है? Financial Express की रिपोर्ट के अनुसार, एक्सपर्ट ये मान रहे हैं कि अमेरिका में बहुत सारे ग्राहक उनसे स्विस बैंक में निवेश करने और नए खाते खोलने के लिए कह रहे हैं. यह तब है जब अमेरिकी तकनीकी रूप से Foreign Account Tax Compliance Act (Fatca) के तहत स्विस बैंक खाते नहीं खोल सकते. लेकिन यदि एक स्विस सलाहकार US Securities and Exchange Commission के साथ पंजीकृत है, तो वे ग्राहकों के लिए खाते खोल सकते हैं और पैसे का प्रबंधन कर सकते हैं.
कहां कहां जमा कर रहे पैसे
Daily Mail के अनुसार, अमीर लोग अमेरिका से पैसा निकाल कर स्विट्जरलैंड और चैनल द्वीपों, जर्सी और ग्वेर्नसी में शिफ्ट कर रहे हैं. लंदन और कैपिटल के निजी ग्राहकों के सह-प्रमुख रॉबर्ट पॉल ने द टेलीग्राफ को बताया, अमीर लोग बड़ी मात्रा में पैसे जमा करना चाहते हैं. पिछले तीन या चार हफ्तों में हमारे पास पांच लोग आए. एक को 40 मिलियन, दूसरे को 30 मिलियन, तीसरे को 30 मिलियन, चौथे को 100 मिलियन जबकि पांचवे को 50 मिलियन डॉलर जमा करना था. ऐसा बहुत कम समय में देखने को मिला है
नहीं चाहते कि अपनी सारी संपत्ति अमेरिका में ही रखें
Henley & Partners की न्यूयॉर्क स्थित निजी ग्राहकों की प्रबंध निदेशक जूडी गाल्स्ट ने द टेलिग्राफ को बताया कि उनके एक चौथाई ग्राहक स्विट्जरलैंड के बारे में पूछताछ कर रहे हैं. कुछ लोग न्यूज़ीलैंड की निवेशक वीज़ा योजना जैसी प्रवासन रणनीतियों को देख रहे हैं, लेकिन अन्य “वास्तव में स्विट्जरलैंड में बैंक खाते खोलना चाहते हैं. गाल्स्ट ने कहा, मैं स्विट्जरलैंड और लिकटेंस्टीन के बारे में बहुत कुछ सुन रही हूं. मैंने एक स्विस बैंक में किसी से बात की जिन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने पिछले दो हफ्तों में अमेरिकियों के लिए इस तरह के 12 खाते खोले हैं. वे नहीं चाहते कि अपनी सारी संपत्ति अमेरिका में ही रखें.
ऐसा क्यों हो रहा है?
विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप की व्यापार नीतियों को देखते हुए ग्राहक अपनी संपत्ति को अलग अलग जगह रखना चाहते हैं. Maseco के सह-संस्थापक जोश मैथ्यूज ने बताया कि उन्होंने पहले भी वित्तीय संकट के दौरान ऐसा देखा है. पिछले चार हफ्तों में यह इसलिए बढ़ गया है क्योंकि बयानबाजी काफी तेजी से बदल रही है. यह सब अत्यधिक अमीर लोगों की डिनर पार्टियों की चर्चाओं के इर्द-गिर्द है.
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