NSG जैसी फोर्स का कमांडो, घर लौटकर बना फिदायीन, ट्रंप होटल ब्लास्ट से पहले…

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हाइलाइट्स

लॉस वेगास में ट्रंप होटल के सामने साइबर ट्रक ब्लास्ट हुआ. ब्लास्ट रेंट पर ली हुई इलन मस्क की साइबर ट्रक में हुआ था. हमला करने वाला अमेरिका के ग्रीन बेरेट्स कमांडो था.

NSG Like US Commando Blast Tesla Car: अमेरिका फिलहाल तीहरे अटैक से जूझ रहा है. तीन अटैक- 1. न्यू ऑरलियन्स में भीड़ पर गाड़ी रौंदने से कम से कम 14 लोंगो की मौत हो गई, 2. न्यूयॉर्क के नाइट क्लब में रात के 11:45 बजे शूटआउट में कम से कम 11 लोग घायल हुए और 3. लॉस वेगास में टेसला कार में ब्लास्ट से ट्रंप होटल के आसपास इलाका दहल गया. लॉस वेगास में ब्लास्ट की जांच चल रही है. जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, टेसला कार में ब्लास्ट करने वाला व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि अमेरिकी स्पेशल फोर्स का ग्रीन बेरेट्स कामांडो मैथ्यू लिवेल्सबर्गर था. ग्रीन बेरेट्स भारत के एनएसजी यूनिट (NSG UNIT) जैसी ही मल्टी टास्क और ऑफरेशनल फोर्स है. इनकी ट्रेनिंग भी एनएसजी के जैसी होती है. ग्रीन बेरेट्स एनएसजी के कमांडो की ही तरह अलग-अलग मिशनों को अंजाम देते हैं. इनमें अपरंपरागत युद्ध, विदेशी आंतरिक रक्षा, प्रत्यक्ष कार्रवाई, आतंकवाद-रोधी और विशेष टोही शामिल है.

ट्रंप होटल बाहर टेसला कार के ब्लास्ट में शामिल हमलावर के बारे में बहुत सी बातें सामने आ रही हैं. अमेरिकी आर्मी ने भी इसकी पहचान होने पर बयान जारी किया है. अमेरिकी सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा, ‘लिवेल्सबर्गर अपनी मृत्यु के समय छुट्टी पर थे. हालांकि सेना ने स्पष्ट नहीं किया कि वह वेगास विस्फोट में मारा गया है. अमेरिकी विशेष बल, जिन्हें आमतौर पर “ग्रीन बेरेट्स” के रूप में जाना जाता है.’ वहीं, लिवेल्सबर्गर की पत्नी ने हमले के बाद बताया कि उसका पति ऐसा नहीं कर सकता है, वह स्पेशल फोर्स के ग्रीन बेरेट ऑपरेशन सार्जेंट पोस्ट पर थे. वहीं, जांच अधिकारियों ने बताया कि अभी इस हमले को किसी राजनीतिक मनमुटाव से नहीं जोड़ सकते हैं.

कौन है हमलावर?
37 साल का लिवेल्सबर्गर को वेगास में ट्रंप होटल हमले का संदिग्ध माना जा रहा है. ग्रीन बेरेट्स का कमांडो अभी जर्मनी बेस पर तैनात था. वह क्रिसमस की छुट्टी मनाने घर लौटा था. वह ग्रीन बेरेट में ऑपरेशन सार्जेंट पोस्ट पर तैनात था. इससे पहले उनकी अफगानिस्तान में भी तीन बार पोस्टिंग हुई थी. इसके अलावा उसकी पोस्टिंग यूक्रेन, ताजिकिस्तान, जॉर्जिया और कांगो में भी रही. लेकिन सबसे बड़ी खुलासा यह है कि जब वे कैरोलिना के फोर्ट लिबर्टी में स्पेशल ट्रेनिंग के लिए तैनात था, तब उसकी मुलाकात ISIS के ऑपरेटिव जेहादी 42 साल के शम्सुद दीन जब्बार से हुई थी. यहीं से उसके फिदायन बनने के रास्ते का अनुमान लगाया जा रहा वर्ना देश के आर्मी एक ऐसे पोस्ट पर अपनी सर्विस देने वाला सैनिक ऐसा तो नहीं कर सकता है.

सेना ने क्या कहा?
सेना प्रवक्ता के अनुसार, लिवेल्सबर्गर को अपने सैन्य कैरियर के दौरान अनेक प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया था. उसको अब तक वीरता के 5 सिलवर मेडल, जिसमें “V” डिवाइस वाला एक सिलवर स्टार और चार अतिरिक्त सिलवर स्टार मेडल मिले थे. सेना के प्रवक्ता ने बताया कि हम जांच में पूर्ण सहयोग कर रहे है, नीतिगत तौर पर चल रही जांच पर टिप्पणी करना सही नहीं रहेगा.

किराये पर लिया था टेस्ला का ट्रक
लिवेल्सबर्गर ने 28 दिसंबर को कार-शेयरिंग ऐप टुरो के जरिए डेनवर में साइबरट्रक किराए पर लिया था. इसी ऐप से लिए गए एक कार से न्यू ईयर पर न्यू ऑरलियन्स में भीड़ को रौंदा गया था. जांच एजेंसियां ऐसा मान रही हैं कि दोनों हमलों को जोड़ कर नहीं देख सकते हैं. लेकिन दोनों हमलावरों के जुड़ रहे तार से तो इनकार नहीं किया जा सकता है. दोनों कैरोलिना के फोर्ट लिबर्टी में स्पेशल ट्रेनिंग के दौरान साथ थे.

Tags: America News, Big blast

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