Last Updated:June 17, 2025, 23:29 IST
ईरान-इजरायल जंग निर्णायक मोड़ पर है. नेतन्याहू ने संकेत दिए कि अमेरिका जल्द शामिल हो सकता है. ट्रंप ने इमरजेंसी मीटिंग की और कहा ईरान को सरेंडर करना होगा. हालात तनावपूर्ण हैं.
ईरान जंग में अब अमेरिका कूदने जा रहा है.
हाइलाइट्स
- अमेरिका जल्द ईरान-इजरायल युद्ध में शामिल हो सकता है.
- ट्रंप ने इमरजेंसी मीटिंग कर ईरान को सरेंडर करने को कहा.
- ईरान ने हाइफा शहर खाली करने का आदेश दिया.
ईरान-इजरायल जंग अब निर्णायक मोड़ पर आ चुका है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संकेत दिए हैं कि अमेरिका जल्द ही इस युद्ध में पूरी तरह शामिल हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, नेतन्याहू को भरोसा है कि कुछ ही दिनों में अमेरिका खुलकर इस युद्ध में उतर सकता है. इस बीच खबर आ रही कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टॉप सिक्योरिटी एडवाइजर्स के साथ इमरजेंसी मीटिंग कर रहे हैं. कुछ देर पहले उन्होंने कहा था कि ईरान के आसमान पर अमेरिका कब्जा है. ईरान को सरेंडर करना ही होगा. इस बीच ईरान के आर्मी चीफ ने इजरायलियों से कहा है कि हाइफा शहर को खाली कर दें, क्योंकि हम बड़ा अटैक करने जा रहे हैं. हालात बेहद तनावपूर्ण हैं. आइए जानते हैं लेटेस्ट अपडेट…
अमेरिका का जंगी मूड
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने 30 से अधिक एरियल रिफ्यूलिंग टैंकर मिडिल ईस्ट में भेज दिए हैं. ये टैंकर इजरायली फाइटर जेट्स को हवा में ईंधन भरने में मदद देंगे, ताकि वे लंबी दूरी तक ईरान के भीतर गहराई से स्ट्राइक कर सकें. सूत्रों का यह भी कहना है कि ये तैयारियां केवल रिफ्यूलिंग तक सीमित नहीं हैं. यूएस सेंट्रल कमांड ने ट्रंप को विकल्प दिया है कि अगर हालात बिगड़े तो अमेरिका-इजरायल संयुक्त रूप से ईरान के परमाणु ठिकानों पर बंकर बस्टिंग बमों से हमला कर सकते हैं. USS Nimitz कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और अन्य युद्धपोत भी क्षेत्र में तैनात किए जा चुके हैं जो अमेरिका की एक्टिविटी को साफ दिखा रहे हैं.
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा, हम ईरान की राजधानी तेहरान में प्रमुख ठिकानों पर हमला करने जा रहे हैं. तेहरान के महत्वपूर्ण टारगेट पर अटैक किए जाएंगे. सभी लोगों को तेहरान छोड़कर जाने को कहा गया है. उधर, ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ मेजर जनरल मुसावी ने कहा है कि तेल अवीव और हाइफा जैसे कब्जे वाले इलाकों में रहने वाले नागरिक अपनी जान बचाने के लिए तुरंत जगह खाली करें. यह बयान सीधे तौर पर इस संकेत की तरह देखा जा रहा है कि ईरान अब किसी भी वक्त सीधा जवाबी हमला कर सकता है.
अमेरिका जंग में कूदा तो क्या होगा?
- सिर्फ इजरायल और ईरान की सीमित जंग अब पूरे मिडिल ईस्ट को घेर सकती है. लेबनान, सीरिया, इराक, यमन जैसे देशों में भी उथल-पुथल मच सकती है.
- फारस की खाड़ी से निकलने वाले तेल पर असर पड़ेगा. भारत समेत पूरी दुनिया में पेट्रोल-डीजल की कीमतें तेजी से बढ़ सकती हैं.
- चीन और रूस ईरान के करीब हैं. अगर अमेरिका कूदता है तो नई कोल्ड वॉर जैसी स्थिति बन सकती है.
- भारत को मिडिल ईस्ट से तेल, गैस और बड़ी संख्या में रेमिटेंस आता है. युद्ध के फैलने पर दर्जनों भारतीयों की जान खतरे में पड़ सकती है, जिनमें हजारों कामगार और छात्र शामिल हैं.
- अगर अमेरिका-इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाया, तो इसके जवाब में ईरान अन्य देशों पर मिसाइलें दाग सकता है, जिससे जंग और लंबी हो सकती है.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.OXBIG NEWS NETWORK.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें
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