अमेरिका ने टिकटॉक डील कर ली थी पक्की, फिर अचानक कहां बिगड़ी बात, चीन ने क्यों लगाया ब्रेक? ट्रंप हैं वजह!

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Last Updated:April 05, 2025, 06:01 IST

US TikTok Deal: अमेरिका और चीन के बीच टिकटॉक डील लगभग फाइनल थी, लेकिन ट्रंप के टैरिफ वार के कारण रद्द हो गई. अब नई डेडलाइन 75 दिनों की तय की गई है. डील का भविष्य डेटा गोपनीयता और सरकारी नीतियों पर निर्भर करेगा.

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की वजह से टिकटॉक डील नहीं हो पाई.

हाइलाइट्स

  • ट्रंप के टैरिफ वार ने टिकटॉक डील पर ब्रेक लगाया.
  • नई डेडलाइन 75 दिनों की तय की गई है.
  • डील का भविष्य डेटा गोपनीयता पर निर्भर करेगा.

नई दिल्ली: अमेरिका ने लगभग टिकटॉक डील कर ही लिया था. अमेरिका और चीनी कंपनी के बीच सौदे को लेकर सबकुछ फाइनल था. मगर ऐन वक्त पर डील डिले हो गई. टिकटॉक डील के लिए अब नई डेडलाइन तय कर दी गई है. सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को टिकटॉक के लिए करीब-करीब सौदा तय कर लिया था. इसके तहत टिकटॉक ऐप के संचालन को अमेरिका में स्थित एक नई कंपनी में बदल दिया जाना था. इस नई कंपनी के मालिक और संचालक ज्यादातर अमेरिकी निवेशक होते, जबकि चीनी कंपनी बाइटडांस के पास अल्पमत हिस्सेदारी होती. मगर ट्रंप के टैरिफ वार ने सारा खेल बदल दिया.

जी हां, डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चीन के खिलाफ टैरिफ की घोषणा के बाद गुरुवार को यह टिकटॉक सौदा रद्द हो गया. चीन ने ट्रंप की टैरिफ नीती की वजह से इस डील पर ब्रेक लगाया है. नाम न छापने की शर्त पर बातचीत के बारे में जानकारी देते हुए सूत्र ने बताया कि बाइटडांस के प्रतिनिधियों ने व्हाइट हाउस को फोन करके बताया कि चीन अब इस सौदे को तब तक मंजूरी नहीं देगा, जब तक कि व्यापार और शुल्कों यानी टैरिफ पर बातचीत नहीं हो जाती.

अब 75 दिनों की डेडलाइन
सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को यह तय नहीं हो पाया था कि समझौते की घोषणा की जाए या नहीं क्योंकि चीनी सरकार के रुख बदलने से टिकटॉक के लिए समझौते की असलियत साफ-साफ बता पाना मुश्किल हो गया था. उसे डर था कि ऐसा करने से चीनी नियामकों के साथ उसकी बातचीत का माहौल खराब हो सकता है. इसके बाद ट्रंप ने घोषणा की कि वह शनिवार से लागू होने वाले कांग्रेस की ओर से अनिवार्य प्रतिबंध को 75 दिनों के लिए बढ़ाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर रहे हैं.

कहां तक पहुंची थी बात
यहां ध्यान देने वाली बात है कि यह सौदा महीनों की बातचीत के बाद करीब-करीब फाइनल था. उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की टीम ने कई संभावित निवेशकों और बाइटडांस के अधिकारियों से सीधे बातचीत की थी. ट्रंप प्रशासन को भरोसा था कि चीन इस सौदे को मंजूरी दे देगा, लेकिन शुल्क लगाए जाने के बाद मामला बिगड़ गया.

क्या है टिकटॉक डील
टिकटॉक डील का मतलब टिकटॉक ऐप की स्वामित्व संरचना में बदलाव से है, जो इसके मूल कंपनी बाइटडांस और अन्य पक्षों जैसे अमेरिकी कंपनियों के बीच सौदा से है. यह मुख्य रूप से अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के कारण शुरू हुआ, जहां टिकटॉक पर प्रतिबंध की धमकी दी गई थी. 2020 में एक प्रस्तावित डील में वॉलमार्ट और ओरेकल के साथ साझेदारी की बात थी, लेकिन यह पूरी नहीं हुई. अब फिर अमेरिका ने इस डील के लिए 75 दिनों की डेडलाइन तय की है. भविष्य में यह डील डेटा गोपनीयता और सरकारी नीतियों पर निर्भर करेगी.

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US ने टिकटॉक डील कर ली थी पक्की, फिर कहां बिगड़ी बात, चीन ने क्यों लगाया ब्रेक

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