यूक्रेन युद्ध: क्या 72 साल पुराना कोरियाई शैली का युद्धविराम जंग रोक सकता है?

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Last Updated:January 29, 2025, 17:57 IST

रूस-यूक्रेन जंग के तीन साल पूरे होने पर समाधान की तलाश जारी है. डोनाल्ड ट्रंप ने जल्द खत्म करने की कसम खाई थी. कोरियाई शैली का युद्धविराम एक विकल्प हो सकता है.

यूक्रेन-रूस जंग में ‘कोरियाई शैली’ के युद्धविराम की उम्मीद. (Image:AP)

हाइलाइट्स

  • रूस-यूक्रेन जंग को तीन साल पूरे होने वाले हैं.
  • कोरियाई शैली का युद्धविराम एक विकल्प हो सकता है.
  • डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन जंग को जल्द खत्म करने की कसम खाई थी.

वाशिंगटन. फरवरी के आते-आते रूस-यूक्रेन जंग को शुरू हुए तीन साल पूरे हो जाएंगे हैं. लंबे समय से चल रहे इस संघर्ष ने यूक्रेन और इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स को इसे रोकने के लिए समाधान और रणनीति तलाशने पर मजबूर कर दिया है. इसके लिए ‘कोरियाई शैली का युद्धविराम’ आगे बढ़ने का रास्ता सुझा सकता है. हालांकि, ऐतिहासिक और भू-राजनीतिक मतभेद बताते हैं कि ऐसा समाधान जितना लगता है, उससे कहीं ज्यादा जटिल हो सकता है. अपने चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन जंग को जल्द खत्म करने की कसम खाई थी. उनके सहयोगियों ने कीव को समझौते की ओर धकेलने के लिए अमेरिकी सहायता का लाभ उठाने का संकेत दिया था.

यूक्रेन पर डोनाल्ड ट्रंप का रुख साफ है. वह रूस के कब्जे वाले इलाकों को फिर हासिल करने के लिए लंबे समय तक अमेरिकी समर्थन का विरोध करते हैं और बातचीत के जरिए समाधान को सबसे सही विकल्प मानते हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पदभार ग्रहण करने के पहले दिन ही चेतावनी दी थी कि अगर रूस यूक्रेन के साथ समझौता करने में विफल रहता है तो वे उस पर नए प्रतिबंध लगा देंगे. उन्होंने 1 फरवरी से चीन में बने सामानों पर 10 फीसदी टैरिफ लगाने की योजना का भी संकेत दिया.

अमेरिका की विवादास्पद शांति योजना
कुछ महीने पहले ही पूर्व सीनेटर और अब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने एक विवादास्पद शांति योजना का सुझाव दिया था. जिसमें रूस को उसके कब्जा किए गए इलाकों को अपने पास रखने की अनुमति देना, मौजूदा जंग की सीमाओं के साथ एक असैन्य इलाका कायम करना और भविष्य में हमले को रोकने के लिए यूक्रेन की ओर भारी किलेबंदी करना शामिल है. भले ही यह योजना विवादास्पद है, लेकिन जंग के जारी रहने के साथ कूटनीति पर बढ़ते जोर को दिखाती है.

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कोरियाई युद्ध (1950-53) और युद्धविराम समझौता
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ‘कोरियाई शैली’ का अल्पकालिक युद्धविराम स्थायी शांति की नींव रख सकता है? 1950-53 का कोरियाई युद्ध, जो स्पष्ट विजेता के बिना युद्धविराम में खत्म हुआ, एक बड़ी मिसाल पेश करता है. क्या यूक्रेन के लिए भी ऐसा ही समाधान कारगर हो सकता है? 27 जुलाई, 1953 को कोरिया के युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, तो यह दो साल की भीषण जंग का समापन था. एक तरफ चीन और उत्तर कोरिया के सैन्य कमांडरों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए, जबकि अमेरिका के नेतृत्व वाली संयुक्त राष्ट्र कमान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का प्रतिनिधित्व किया. उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया ने इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए.

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