Last Updated:March 29, 2025, 20:53 IST
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में काम कर रही एक महिला वैज्ञानिक को बोस्टन एयरपोर्ट पर रोका गया. उनके बैग से कुछ ऐसी चीज मिली कि फौरन हिरासत में ले लिया गया. अमेरिका ने उनका वीजा रद्द कर दिया है.
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में साइंटिस्ट क्सेनिया पेट्रोवा.
वाशिंगटन: हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में रिसर्च कर रही रूसी वैज्ञानिक क्सेनिया पेट्रोवा को डिपोर्ट किया जा सकता है. उन्हें बोस्टन एयरपोर्ट पर ICE एजेंटों ने गिरफ्तार कर लिया. वह फ्रांस से लौट रही थीं, जहां उनके सामान से अघोषित मेंढक के भ्रूण मिले. पेट्रोवा का कहना है कि उन्हें इन्हें डिक्लेयर करने की जानकारी नहीं थी. उनके मुताबिक, वह ये भ्रूण पेरिस की एक लैब के प्रोफेसर के अनुरोध पर स्टडी के लिए ले जा रही थीं.
हालांकि, कस्टम अधिकारियों ने उनका रिसर्च वीजा कैंसल कर दिया और दो विकल्प दिए. पहला कि वे रूस वापस जाएं (5 साल के लिए अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध के साथ). और दूसरा- फ्रांस लौटकर नया वीजा अप्लाई करें.
रूस में जान का खतरा!
पेट्रोवा ने फ्रांस जाने को चुना, क्योंकि 2022 में यूक्रेन युद्ध का विरोध करने पर रूस में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. इस जवाब से स्थिति और बिगड़ गई. DHS ने उन्हें हिरासत में ले लिया. अगर डिपोर्ट किया गया तो पेट्रोवा को रूस नहीं, बल्कि फ्रांस भेजा जाएगा, क्योंकि उनके पास शेंगेन वीजा है. लेकिन उनके वकील का कहना है कि रूस लौटना उनके लिए खतरनाक हो सकता है.
पेट्रोवा के वकील ग्रेगरी रोमानोव्स्की का कहना है कि सीमा शुल्क नियमों का उल्लंघन वीज़ा रद्द करने का आधार नहीं होना चाहिए. उन्होंने कोर्ट में शिकायत दर्ज की है, जिसमें दावा किया गया है कि अधिकारियों ने कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया. DHS के अनुसार, पेट्रोवा ने जानबूझकर बायोलॉजिकल सामग्री छुपाई. उनके फोन से मिले मैसेज से पता चला कि वह कस्टम से बचने की योजना बना रही थीं.
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