Last Updated:May 23, 2025, 10:57 IST
Donald Trump News Hindi: डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका में गोरे लोगों की हत्याओं के सबूत के रूप में गलत तरीके से कांगो का वीडियो दिखाया. ट्रंप ने राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ बैठक में यह वीडियो प्रस्तुत क…और पढ़ें
डोनाल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस में दिखाई फोटो. (Reuters)
हाइलाइट्स
- ट्रंप ने गलत वीडियो दिखाकर दक्षिण अफ्रीका पर आरोप लगाया
- वीडियो वास्तव में कांगो का था, न कि दक्षिण अफ्रीका का
- व्हाइट हाउस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की
जोहान्सबर्ग: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका में गोरे लोगों की सामूहिक हत्याओं के सबूत के रूप में गलत तरीके से एक रॉयटर्स वीडियो का स्क्रीनशॉट दिखाया, जो वास्तव में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में लिया गया था. ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ व्हाइट हाउस की एक बैठक में एक लेख की प्रिंट कॉपी दिखाई, जिसमें कांगो के गोमा शहर में मानवीय कार्यकर्ताओं की ओर से शवों को उठाए जाने की तस्वीर थी. यह तस्वीर रॉयटर्स के उस वीडियो से ली गई थी, जो रवांडा समर्थित M23 विद्रोहियों के साथ हुए हमले के बाद की थी.
यह तस्वीर अमेरिकी थिंकर नामक एक रूढ़िवादी ऑनलाइन पत्रिका के ब्लॉग पोस्ट में थी, जिसमें दक्षिण अफ्रीका और कांगो में संघर्ष और नस्लीय तनाव की बात थी. पोस्ट में तस्वीर का कोई कैप्शन नहीं था, लेकिन इसे यूट्यूब पर कांगो से संबंधित एक वीडियो न्यूज रिपोर्ट से लिया गया ‘स्क्रीन ग्रैब’ बताया गया, जिसमें न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को क्रेडिट दिया गया था. व्हाइट हाउस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की. अमेरिकी थिंकर की प्रबंध संपादक और पोस्ट की लेखिका एंड्रिया विडबर्ग ने कहा कि ट्रंप ने तस्वीर को ‘गलत पहचाना.’ हालांकि, उन्होंने कहा कि पोस्ट में रामाफोसा की ‘नस्लवादी मार्क्सवादी सरकार’ और गोरे दक्षिण अफ्रीकियों पर बढ़ते दबाव की बात की गई थी.
डोनाल्ड ट्रंप ने कांगो की फोटो दिखाई. (Reuters)
किसने बनाया था वीडियो
यह तस्वीर रॉयटर्स के वीडियो पत्रकार जफ्फर अल कटांटी की ओर से गोमा में M23 हमले के बाद सामूहिक दफन के दृश्य से ली गई थी. कटांटी ने कहा कि उस दिन पत्रकारों के लिए वहां पहुंचना बहुत मुश्किल था, और उन्हें M23 और ICRC के साथ समन्वय करना पड़ा. उन्होंने कहा कि ट्रंप की ओर से उनकी तस्वीर का इस्तेमाल देखकर उन्हें झटका लगा, जिसमें ट्रंप ने रामाफोसा को यह समझाने की कोशिश की कि दक्षिण अफ्रीका में गोरे लोगों की हत्या हो रही है.
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति को दिखाई फोटो
रामाफोसा इस सप्ताह वाशिंगटन आए थे ताकि अमेरिका के साथ संबंधों को सुधार सकें, क्योंकि ट्रंप ने हाल के महीनों में दक्षिण अफ्रीका की जमीन पॉलिसी, विदेश नीति और गोरे अल्पसंख्यकों के साथ कथित बुरे व्यवहार की आलोचना की थी. हालांकि दक्षिण अफ्रीका ने इसे खारिज किया है. ट्रंप ने रामाफोसा के साथ बैठक में एक वीडियो चलाया, जिसे उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में गोरे किसानों के नरसंहार का सबूत बताया. ट्रंप ने फिर कुछ लेखों की प्रिंट कॉपियां दिखाईं, जिनमें उन्होंने कहा कि गोरे दक्षिण अफ्रीकियों की हत्याओं का विवरण है.

योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब OXBIG NEWS NETWORK हिंदी के इंटरने…और पढ़ें
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