Last Updated:January 21, 2025, 05:01 IST
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पहली स्पीच में साफ कर दिया कि वे चीन और पाकिस्तान को छूट नहीं देने वाले. उन्होंने पनामा नहर वापस लेने का ऐलान किया, जिस पर चीन भी कब्जा करने की कोशिश करता है.
शपथग्रहण के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप.
अमेरिका के राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी प्राथमिकताओं का ऐलान कर दिया है. साफ कहा कि अब अमेरिका में किसी की भी घुसपैठ नहीं होने देंगे. ड्रग तस्करों को आतंकी माना जाएगा. अमेरिका की सेना अब दूसरे के जंग में नहीं घुसेगी. दूसरे देशों के साथ टिट फॉर टैट यानी जैसा वे व्यवहार करेंगे, वैसा ही व्यवहार हम करने वाले हैं. लेकिन पहली ही स्पीच में उन्होंने जो कहा, उससे चीन और पाकिस्तान के लिए मुश्किलें बढ़नी तय हैं.
चीन को सीधा संदेश देते हुए ट्रंप ने कहा, हमने पनामा नहर को चीन को गिफ्ट में दे दिया. यह मूर्खता हमने की है. तब से चीन इसका इस्तेमाल कर रहा है. हम पनामा नहर पर कब्जा वापस लेने वाले हैं. पनामा नहर चीन से अमेरिका के पूर्वी तट को जोड़ती है. अमेरिका पनामा नहर पर कब्जा चाहता है, इसकी सबसे बड़ी वजह है कि दुनियाभर में होने वाले समुद्री व्यापार का 5 फीसदी हिस्सा इसी रास्ते से होता है. हर साल 270 अरब डॉलर का सामान पनामा नहर से जाता है. अमेरिका के 40 फीसदी कंटेनर इसी रास्ते से निकलते हैं. यही वजह है कि अमेरिका के लिए यह सामरिक रूप से काफी अहम है. ट्रंप का मानना है कि अमेरिका ने इस नहर को बनाने के लिए पैसा और मेहनत लगाई है, इसलिए इस नहर पर उसका हक है. उधर, चीन इस नहर को अपने काबू में रखना चाहता है. इसलिए ट्रंप के बयान से चीन के साथ टकराव होना तय है.
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चीन पर क्या कहा
ट्रंप ने एक और बड़ी बात कही, जो चीन को परेशान करेगी. ट्रंप ने कहा कि हम दूसरे देशों पर टैरिफ और टैक्स बढ़ाने वाले हैं. अन्य देशों को समृद्ध बनाने के लिए अपने नागरिकों पर टैक्स लगाने के बजाय, हम अपने नागरिकों को समृद्ध बनाने के लिए विदेश से आनी वाली चीजों पर टैक्स लगाएंगे लगाएंगे. कनाडा, मैक्सिको के साथ चीन पर ट्रंप पहले ही ज्यादा टैक्स लगाने का ऐलान कर चुके हैं. एक बार फिर उन्होंने इसकी प्रतिज्ञा दोहराई है. साफ है कि ट्रंप इससे पीछे नहीं हटने वाले हैं. ट्रंप ने ये भी कहा कि वे इलेक्ट्रिक वाहन अनिवार्यता को रद्द कर देंगे और अमेरिका में फिर से उस गति से गाड़ियां बनाई जाएंगी, जैसा हम पहले करते रहे हैं. इससे चीन को चोट पहुंच सकती है, क्योंकि चीन अपने इलेक्ट्रिक वाहन के लिए अमेरिका को बड़ा बाजार मानता है.
पाकिस्तान को क्या संदेश
ट्रंप ने इशारों में पाकिस्तान को भी संदेश दिया. उन्होंने कहा- हम आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाले हैं. ड्रग तस्करों को भी अब आतंकियों का दर्जा देंगे. ट्रंप ये भी इशारा किया कि वे अब किसी भी देश को खैरात बांटने वाले नहीं हैं. बता दें कि अमेरिका वर्षों से पाकिस्तान को गैर नाटो सहयोगी देश का दर्जा दिया है. इसके बदले अमेरिका हर साल पाकिस्तान को अरबों डॉलर मुफ्त में देता है. ट्रंप के इस बयान से साफ है कि वे यह दर्जा खत्म करने वाले हैं. कुछ दिनों पहले ट्रंप प्रशासन के एक सहयोगी ने भी इसकी ओर इशारा किया था.
January 21, 2025, 05:01 IST
डोनाल्ड ट्रंप ने पहली स्पीच में जो कहा, उससे हिल जाएंगे चीन-पाकिस्तान
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