वाशिंगटन: नए साल पर जब पूरी दुनिया जश्न में डूबी थी. उसी समय अमेरिका में दिल दहला देने वाली घटना घटी थी. नए साल के मौके पर अमेरिका के लास वेगास में ट्रंप होटल के बाहर साइबरट्रक में धमाका हुआ था. अब इस मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है. चैटजीपीटी समेत जनरेटिव एआई का इस्तेमाल इन दिनों हर क्षेत्र में बढ़ गया है. दावा किया गया है कि इस धमाके में चैटजीपीटी की मदद ली गई है. इस खबर के सामने आने के बाद एक बार फिर चैटजीपीटी के इस्तेमाल को लेकर लोगों की चिंता बढ़ गई है. इस धमाके में 37 साल के मैथ्यू लिवेल्सबर्गर की मौत हो गई थी और सात अन्य लोग घायल हुए थे.
पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि आरोपी सेना के जवान की मंशा किसी को मारने की नहीं थी. लास वेगास मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के शेरिफ केविन मैकमैहिल ने जनरेटिव एआई के उपयोग की मदद से धमाका करने को ‘गेम-चेंजर’ बताया और कहा कि विभाग अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों के साथ जानकारी साझा कर रहा है.
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चैटजीपीटी से हमले की यह पहली घटना
पुलिस ने दावा किया है कि मैथ्यू ने हमले की योजना बनाने में मदद के लिए चैटजीपीटी सहित जनरेटिव एआई का इस्तेमाल किया था. जनरेटिव एआई के उपयोग को “गेम-चेंजर” बताते हुए पुलिस ने कहा कि विभाग अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ जानकारी साझा कर रहा है. एक अधिकारी ने कहा, “यह पहली घटना है जिसके बारे में मैं कह सकता हूं कि जहां चैटजीपीटी का उपयोग किसी व्यक्ति को एक विशेष उपकरण बनाने में मदद करने के लिए किया जाता है. यह एक चिंताजनक क्षण है.”
OpenAI ने क्या कहा?
चैटजीपीटी एआई बनाने वाली कंपनी OpenAI ने कहा कि वह अपने उपकरणों के जिम्मेदारी से इस्तेमाल को लेकर प्रतिबद्ध है और उन्हें हानिकारक निर्देशों का पालन न करने के लिए डिजाइन किया गया है. OpenAI ने कहा कि हम जांच में सहयोग कर रहे हैं. कंपनी ने एक बयान में कहा, ”इस मामले में, चैटजीपीटी ने इंटरनेट पर पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के साथ जवाब दिया और हानिकारक या अवैध गतिविधियों के खिलाफ चेतावनी दी. हम उनकी जांच का समर्थन करने के लिए कानून प्रवर्तन के साथ काम कर रहे हैं.”
कैसे चीटजीपीट की मदद से बनाया धमाके का प्लान
जांच में खुलासा हुआ कि मैथ्यू ने चैटजीपीटी से इस बात की जानकारी ली कि कैसे वह साइबरट्रक में विस्फोटक रखे और कितनी तेजी से गोली चलाने की जरूरत है कि कार में आग लग जाए और धमाका हो जाए. उसने चैटजीपीटी से यह भी जानकारी ली थी कि उसे विस्फोटक लेने के लिए किन नियम-कानूनों की जरूरत पड़ेगी. पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि जब लिवेल्सबर्गर ने खुद को साइबरट्रक में खुद को गोली मारी. इससे ही कार में आग लगी और फिर विस्फोट हो गया.
Tags: America News
FIRST PUBLISHED : January 8, 2025, 10:46 IST
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