Last Updated:June 04, 2025, 12:12 IST
Bilawal Bhutto Vs Shashi Tharoor: बिलावल भुट्टो ने शशि थरूर की नकल करने की कोशिश में न्यूयॉर्क में बड़ी बेइज्जती झेली है. उन्होंने भारत के मुसलमानों पर बयान दिया, जिसे एक पत्रकार ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देकर …और पढ़ें
संयुक्त राष्ट्र में बिलावल भुट्टो को बड़ी बेइज्जती झेलनी पड़ी है.
हाइलाइट्स
- बिलावल भुट्टो ने शशि थरूर की नकल में बेइज्जती झेली.
- पत्रकार ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देकर बिलावल को चुप कराया.
- शशि थरूर ने कूटनीतिक संयम से भारत का पक्ष रखा.
Bilawal Bhutto Vs Shashi Tharoor: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी, भारत के वरिष्ठ सांसद और कांग्रेस नेता शशि थरूर की कॉपी करने की पहली ही कोशिश में बुरी तरह मात खा गए. शशि थरूर की तरह बिलावल भी अमेरिका के दौरे पर हैं. शशि थरूर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के पक्ष से अमेरिकी देशों को अवगत कराने के लिए सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गए थे. उनकी कॉपी करते हुए पाकिस्तान ने भी बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका भेजा.
बिलावल का बयान और पत्रकार का जवाब
शशि थरूर की कूटनीति
शशि थरूर के नेतृत्व में भारत का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिकी देशों में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत का पक्ष रख रहा है. थरूर ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य मंचों पर भारत की एकजुटता, आतंकवाद विरोधी नीति और कश्मीर में शांति की बात को मजबूती से पेश किया. उनकी बातचीत की शैली तथ्यों और तर्कों पर आधारित रही. जबकि बिलावल के पास वही घिसी पिटी बातें थीं. उनके तर्कों में कोई नयापन नहीं है. वह केवल भारत विरोधी बयानबाजी करते दिखे. जबकि थरूर ने आतंकवाद को क्षेत्रीय अस्थिरता का कारण बताया और भारत की सैन्य कार्रवाई को जायज ठहराया. बिलावल की बयानबाजी आक्रामक और तथ्यों से परे थी. जबकि थरूर ने कूटनीतिक संयम और तथ्यों के साथ भारत का पक्ष रखा. बिलावल का बयान जहां भारत की एकता को कमजोर करने की कोशिश थी, वहीं थरूर ने भारत की विविधता और सैन्य ताकत को दुनिया के सामने रखा.

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स…और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स… और पढ़ें
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