1 करोड़ 40 लाख लोग समाएंगे काल के गाल में, छटपटा कर मर जाएंगे बच्चे, अमेरिका होगा वजह, रिपोर्ट में खुलासा

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Last Updated:July 01, 2025, 06:17 IST

World News in Hindi: अमेरिकी विदेशी सहायता में कटौती से 1 करोड़ 40 लाख लोगों की मौत हो सकती है, जिसमें अधिकतर बच्चे होंगे. द लैंसेट जर्नल की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.

अमेरिकी विदेशी सहायता में कटौती से 14 मिलियन से अधिक लोगों की मौत हो सकती है: रिपोर्ट

हाइलाइट्स

  • अमेरिकी विदेशी सहायता में कटौती से 1.4 करोड़ मौतें संभव.
  • अधिकतर मौतें बच्चों की होंगी, रिपोर्ट में खुलासा.
  • कटौती से स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.

दुनियाभर में हाहाकार मचने वाला है. बच्चे छटपटा कर मर जाएंगे. लोग भी भूख से तड़प-तड़प कर मर जाएंगे. पूरी दुनिया देखती रहेगी, मगर कोई इस विनाशलीला को नहीं रोक पाएगा. इस विनाशलीला में करीब 1 करोड़ 40 लाख लोग काल के गाल में समा जाएंगे. इसकी वजह होगा दुनिया का सबसे पावरफुल देश अमेरिका. जी हां, एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अमेरिकी विदेशी सहायता में कटौती से 14 मिलियन से अधिक लोगों की मौत हो सकती है.

दरअसल, द लैंसेट जर्नल में मंगलवार को प्रकाशित एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से अमेरिकी विदेशी सहायता में की गई कटौती के कारण दुनिया के सबसे कमजोर लोगों में से 14 मिलियन से अधिक लोग यानी 1. करोड़ 40 लाख लोगों की मौत हो सकती है. इनमें सबसे अधिक मौतें बच्चों की होगी. यानी मरने वालों में एक तिहाई छोटे बच्चे होंगे.

अधिक लोग कहां मरेंगे

समाचार एजेंसी एएफपी केो मुताबिक, बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के रिसर्च और स्टडी के सह-लेखक डेविड रसेला ने एक बयान में कहा, ‘कई निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए परिणामी झटका वैश्विक महामारी या किसी बड़े सशस्त्र संघर्ष के पैमाने के बराबर होगा. रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि विदेशी सहायता में कटौती से स्वास्थ्य सेवाओं, पोषण कार्यक्रमों और अन्य महत्वपूर्ण सहायता पर निर्भर लाखों लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है.

रिपोर्ट में और क्या है

रिपोर्ट के अनुसार, इन कटौतियों का सबसे अधिक प्रभाव उन देशों पर पड़ेगा, जहां पहले से ही स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा की स्थिति नाजुक है. खास तौर पर छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण और अपर्याप्त चिकित्सा देखभाल के कारण मृत्यु का सबसे अधिक जोखिम है. अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि सहायता में कमी से टीकाकरण, स्वच्छ जल और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रभावित होंगे.

परिणाम होंगे और विनाशकारी

रासेला ने जोर देकर कहा कि विदेशी सहायता न केवल मानवीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह वैश्विक स्थिरता के लिए भी आवश्यक है. सहायता में कटौती से सामाजिक अस्थिरता और प्रवास बढ़ सकता है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था और सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है. हालांकि, ट्रंप प्रशासन ने अभी तक इस रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि, यह अध्ययन वैश्विक समुदाय के लिए एक चेतावनी है कि विदेशी सहायता में कटौती के दीर्घकालिक परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं.

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Shankar Pandit

Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before OXBIG NEWS NETWORK (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho…और पढ़ें

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काल के गाल में समाएंगे सवा करोड़ लोग, तड़प कर मर जाएंगे बच्चे, अमेरिका है वजह

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