ट्रंप को सता रहा एरियल अटैक का डर, आयरन डोम की तर्ज पर बनेगा गोल्डन डोम, भारत का है तैयार रक्षा कवच

Must Read

Last Updated:March 06, 2025, 19:04 IST

Air defence shield:  मौजूदा समय की जंग ने पारंपरिक जंग के तरीके को ही बदल दिया है. लॉंग रेंज मिसाइल, ड्रोन जंग के प्रमुख हथियार बन गए हैं. और इन से बचवा के लिए एयर डिफेंस सिस्टम भी हाई टेक चाहिए. इजराइल को तो उ…और पढ़ें

गोल्डन डोम के जरिए अमेरिका की सुरक्षा की तैयारी

हाइलाइट्स

  • ट्रंप ने गोल्डन डोम एयर डिफेंस शील्ड का एलान किया.
  • भारत ने स्वदेशी उपकरणों से रक्षा कवच तैयार किया.
  • गोल्डन डोम अमेरिकी एरियल अटैक से रक्षा करेगा.

Golden dome AD System:  इजराइल की जंग ने एयर डिफेंस की जरूरत को पूरी दुनिया को समझा दिया है.  हमास-हिजबुल्लाह और ईरान के हमलों से इजराइल को आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम ने ही बचाया.  एरियल अटैक का खतरा अब अमेरिका को भी सता रहा है. ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस को समबोधित करते हुए गोल्डन डोम शील्ड का एलान किया. ट्रंप ने कहा कि इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम की तर्ज पर ही उनके भी पास भी एयर डिफेंस गोल्डन डोम होना चाहिए. ट्रंप ने अपने संबधन में पूर्व राष्ट्रपति रोनल्ड रीगन का हवाला देते हुए कहा कि वह भी ऐसा चाहते थे. उस वक्त ऐसी तकनीक नहीं था. लेकिन अब ऐसी तकनीक है. अमेरिकी मेनलैंड को दुश्मन के एरियल अटैक से बचाने के लिए

क्या है गोल्डन डोम प्रोग्राम?
यह एक यह एक नेक्स्ट जेनेरेशिन एयर डिफेंस सिस्टम प्रोग्राम होगा. इसमें लॉंग रेंज रडार अमेरिका की तरफ आने वाले प्रोजेक्टाइल को पहचानेगा, उसकी ट्रेजेक्टरी को ट्रैक करेगा और फिर इंटरसेप्टर मिसाइल के जरिए उसे मिड एयर में ही एंगेज कर देगा. अमेरिका की रक्षा उत्पाद कंपनी लॉकहीड मार्टिंन का मानना है कि अलगे साल के अंत तक अमेरिका के लिए गोल्डन डोम देना एक चुनौती है और इसके लिए सभी कमर्शियल इंडस्ट्री को एक नेशनल टीम की तरह साथ आना होगा. लॉकहीड इस नेशनल टीम की अगुवाइ करने को तैयार है. अमेरिकी कंपनियों की मदद से पूरा करने की कोशिश की जाएगी. हाइपरसोनिक मिसाइलों और स्पेस बेस्ड इंटरसेप्टर को विकसित करना होगा.

आयरन डोम कैसे काम करता है?
हमास ने आयरन डोम के रॉकेट के एंगेज करने की क्षमता से ज्यादा राकेट दागे. ज्यादातर को आयरन डोम ने मार गिराया. हमास ने ग्लाइडर के जरिए हमले के लिए भी वही समय चुना जब आयरन डोम के रडार मिसाइलों के ट्रेक कर रहे थे. आयरन डोम को इजात ही किया गया था हाई स्पीड रॉकेट और मिसाइल को रोकने के लिए. इसमें इस तरह का सिस्टम है वह हमले में रॉकेट की स्पीट को ट्रैक करता है. जो भी रॉकेट भीड़ वाले इलाके में गिरने वाला होता है सिर्फ उसे एंगेज करता है. हाई स्पीड मिसाइलों और लो फ्लाइंग स्लो ऑब्जेक्ट में से अगर पहली किसी को चुनना होता है तो यह मिसाइल को ही पहले चुनता है.

रक्षाकवच भारत का देसी आयरन डोम
देसी आयरन डोम डीआरडीओ के  स्वदेशी उपकरणों को इंटीग्रेट कर के रक्षा कवच को विकसित किया है. इस रक्षा कवच में दो हिस्से है. पहला है निगरानी करना और दूसरा है अटैक करना. निगरानी के लिए अर्ली वॉर्निंग सिस्टम, सर्वेलांस ड्रोन और सैटेलाइट है. ग्राउंड में लॉंग रेंज रडार है जो दुशमन के किसी भी एरियल खतरे को ट्रैक करता है. दूसरा है उसे एंगेज करने के लिए हार्ड किल, सॉफ्ट किल, सर्फेस टू एयर मिलाइल, आर्टोलरी गन और लेजर बीम तकनीक है.

कैसे करेगा रक्षा कवच काम ये सिस्टम?
सबसे जरूरी है एरियल अटैक को पहचानना यानी दुश्मन कितनी दूर है. सर्वेलॉंस का सारा डॉटा कंट्रोंल सेंटर में जाएगा. वहा जानकारी प्रोसेस करने के बाद अटैक को न्यूट्रलाइज करना पड़ता है. हाई स्पीड ड्रोन अटैक से निपटने के लिए सॉफ्ट किल, हार्ड किल होता है. सॉफ्ट किल में हाई पावर माइक्रोवेव उस दिशा में छोड़ते हैं जिस दिशा से अटाक आ रहा है. इससे सिस्टम का इलेकट्रोनिक कमजोर हो जाता है. स्पीड धीरे हो जाती है. उसके बाद भी वह अटैक करने के लिए आता है तो क्विक रिसेपॉंस सर्फोस टू एयर मिसाइल सिस्टम है इससे उसे एंगेज किया जाता सकता है. इसी तहर से ATAGS है उसेसे भी अटैक को एंगेज किया जा सकता है. इसके अलावा लेजर बीम तकनीक से टार्गेट को नष्ट किया जा सकता है. सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक हमलों को भी तभी नष्ट किया जा सकता है जब उसका डिटेक्शन पहले ही हो जाए. पहले ही डिटेक्शन हो गया तो एयर डिफेंस मिसाइल को टाइम मिल जाएगा उसे एंगेज करने के लिए. फिलहाल सभी सिस्टम तैयार हो चुके हैं, सॉफ्टवेर पर काम चल रहा है .जल्द ही DRDO इसे शोकेस करेगी.

homeworld

ट्रंप को सता रहा एरियल अटैक का डर, आयरन डोम की तर्ज पर बनेगा गोल्डन डोम

world news, world news today, latest world news, latest news, hindi world news, hindi news today, oxbig news, oxbig news network, oxbig hindi, oxbig hindi news, hindi oxbig, oxbig

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -