Afghan Student Appoints Envoy in Mumbai: तालिब का मतलब होता है ‘छात्र’ और काबुल के तालिबान शासन ने दिल्ली में पढ़ाई कर चुके एक छात्र का नाम मुंबई स्थित अफगानिस्तान कांसुलेट के कार्यवाहक कॉन्सुल के रूप में प्रस्तावित किया है.
अफगानिस्तान के टोलो न्यूज के अनुसार, इक्रामुद्दीन कामिल नाम का ये छात्र पिछले सात साल से भारत में पढाई कर रहा है, जिसे मुंबई कांसुलेट के लिए राजनयिक के रूप में नियुक्त किया गया है. यह घटना तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद की एक अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण कूटनीतिक स्थिति के बीच हो रही है, जिसके बाद भारत ने अपने पड़ोसी से आधिकारिक संबंधों को तोड़ दिया था.
भारत ने अब तक इस प्रस्ताव को नहीं दी है मंजूरी
हालांकि, अफगानिस्तान के इस प्रस्ताव को भारत से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है. अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो यह अगस्त, 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद भारत में किसी अफगान मिशन के लिए तालिबान की ओर से की गई पहली कूटनीतिक नियुक्ति होगी.
कौन है इक्रामुद्दीन कामिल?
इक्रामुद्दीन कामिल एक युवा अफगान नागरिक है, जो पिछले सात सालों से भारत में दिल्ली स्थित साउथ एशिया यूनिवर्सिटी से अंतरराष्ट्रीय कानून में पीएचडी कर रहा है. उसकी पढ़ाई भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई छात्रवृत्ति से हो रही है. काबुल की बख्तर न्यूज एजेंसी के अनुसार, इक्रामुद्दीन कामिल अभी मुंबई में है और उन्होंने पहले अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय में सुरक्षा सहयोग और सीमा मामलों के विभाग के उप निदेशक के रूप में भी कार्य किया है.
इक्रामुद्दीन के बारे में तालिबान के मंत्री ने क्या कहा?
तालिबान के राजनीतिक मामलों के उप विदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्टानीकजई ने अपने सोशल मीडिया पर इक्रामुद्दीन की नई भूमिका के बारे में जानकारी साझा की. उन्होंने अपने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, “डा. हफीज इक्रामुद्दीन कामिल भारत के मुंबई शहर में इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान के नए कार्यवाहक कांसुल होंगे.”
world news, world news today, latest world news, latest news, hindi world news, hindi news today, oxbig news, oxbig news network, oxbig hindi, oxbig hindi news, hindi oxbig, oxbig
English News