Zero-Click Hack: आज के डिजिटल युग में हम घंटों मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बिताते हैं, चाहे वह व्यक्तिगत काम हो या पेशेवर. लेकिन जैसे-जैसे हमारी डिजिटल मौजूदगी बढ़ रही है, वैसे-वैसे साइबर खतरों का खतरा भी बढ़ रहा है. फिशिंग, डेटा चोरी, और मैलवेयर हमले अब आम हो गए हैं. हमें हमेशा सलाह दी जाती है कि संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, अनजान फाइलें न खोलें और किसी भी अजीब डाउनलोड से बचें.
लेकिन क्या होगा अगर कोई हैकर बिना किसी लिंक पर क्लिक करवाए या कोई फाइल डाउनलोड करवाए ही आपके डिवाइस को हैक कर ले? यही है Zero-Click Hack, जो आधुनिक साइबर अपराध का एक खतरनाक तरीका बन चुका है.
क्या है Zero-Click Hack?
Zero-Click Hack एक उन्नत साइबर हमला है जिसमें उपयोगकर्ता को किसी लिंक पर क्लिक करने या कोई फाइल डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होती. पारंपरिक फ़िशिंग हमलों के विपरीत, इसमें सॉफ्टवेयर की कमजोरियों का फायदा उठाकर डिवाइस को चुपचाप हैक कर लिया जाता है. हैकर्स मैसेजिंग ऐप्स, ईमेल क्लाइंट्स और मल्टीमीडिया प्रोसेसिंग फंक्शन्स में छुपी कमजोरियों को एक्सप्लॉइट कर सकते हैं. वे एक मैलिशियस इलेक्ट्रॉनिक डॉक्यूमेंट भेजते हैं, जो बिना खोले ही सिस्टम को संक्रमित कर देता है.
WhatsApp यूजर्स पर हमला
हाल ही में WhatsApp ने खुलासा किया कि 90 यूजर्स को Zero-Click Hack के जरिए निशाना बनाया गया. यह हमला इज़राइली कंपनी Paragon Solutions के विकसित स्पायवेयर से किया गया. इस स्पायवेयर ने पत्रकारों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों सहित कई लोगों के डेटा तक पहुंच बना ली. Meta (WhatsApp की मालिक कंपनी) ने इस हैक के खिलाफ Paragon को कानूनी नोटिस भेजा और यूजर्स को सुरक्षा का भरोसा दिलाया.
Zero-Click Attack कैसे काम करता है?
हैकर्स एक दुर्भावनापूर्ण (malicious) फाइल भेजते हैं, जिसे डिवाइस की सिस्टम या ऐप्स ऑटोमैटिकली प्रोसेस कर लेती हैं.
उपयोगकर्ता को इसे खोलने की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन इसके बावजूद डिवाइस संक्रमित हो जाता है.
इसके बाद हैकर्स को आपके संदेश, कॉल, फोटो, माइक्रोफ़ोन और कैमरा तक पहुंच मिल जाती है.
यह हमला पूरी तरह से रिमोट (दूरस्थ) और इंटरेक्शन-लेस (बिना किसी इंटरैक्शन के) होता है.
कैसे बचें Zero-Click Hack से?
Zero-Click Hacks को रोकना मुश्किल है, लेकिन इन सुरक्षा उपायों से आप जोखिम कम कर सकते हैं:
एप्स को हमेशा अपडेट रखें – नए अपडेट्स सुरक्षा खामियों को ठीक करते हैं.
ऑटोमैटिक अपडेट्स चालू करें – ताकि सिक्योरिटी पैच तुरंत इंस्टॉल हो जाएं.
डिवाइस में किसी भी असामान्य गतिविधि पर नजर रखें – जैसे बैटरी जल्दी खत्म होना, ऐप्स का अजीब व्यवहार या अनजान मैसेज. अगर संदेह हो, तो तुरंत साइबर सेल को रिपोर्ट करें.
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