Iran Missile Technology: ईरान ने हाल ही में अपनी नई मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल ‘क़ासिम बसीर’ का खुलासा किया है जो अमेरिका और इज़राइल जैसे देशों के लिए गंभीर सिरदर्द बन सकती है. यह मिसाइल ठोस ईंधन से संचालित होती है और 1200 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है. इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह अमेरिका के एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम जैसे THAAD और Patriot को चकमा दे सके.
THAAD से भी एडवांस
THAAD (Terminal High Altitude Area Defense) एक आधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है जिसे अमेरिका ने खासतौर पर बैलिस्टिक मिसाइलों को उनके अंतिम चरण (टर्मिनल फेज़) में नष्ट करने के लिए बनाया है. इसकी गिनती दुनिया की सबसे प्रभावी रक्षा प्रणालियों में होती है खासकर कम और मध्यम दूरी की मिसाइलों के खिलाफ. मई महीने में अमेरिका ने इज़राइल को दूसरी THAAD बैटरी सौंपी थी, ताकि ईरान या उसके सहयोगियों से होने वाले संभावित हमलों को रोका जा सके.
क़ासिम बसीर कैसे पड़ा नाम
‘क़ासिम बसीर’ नाम जनरल क़ासिम सुलेमानी की याद में रखा गया है जो 2020 में बगदाद एयरपोर्ट के पास एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे. जनरल सुलेमानी ईरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख और देश के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के बाद सबसे प्रभावशाली व्यक्ति माने जाते थे.
क़ासिम बसीर की तकनीक
यह मिसाइल शहीद हाज क़ासिम मिसाइल की अगली पीढ़ी मानी जा रही है जिसे 2020 में पेश किया गया था. इसके दो-चरणीय ठोस ईंधन इंजन इसे तेज़ी से लॉन्च करने योग्य बनाते हैं और लंबे समय तक संग्रह के लिए भी उपयुक्त हैं. यह 500 किलोग्राम का विस्फोटक भार लेकर उड़ान भर सकती है.
इस मिसाइल में इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल इंफ्रारेड सीकर के साथ इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम है जो इसे GPS के बिना भी टारगेट की अंतिम पहचान करने में सक्षम बनाता है. इसका MaRV (मेन्युवरेबल रीएंट्री व्हीकल) इसे टारगेट के पास जाकर दिशा बदलने की क्षमता देता है जिससे दुश्मन की डिफेंस को इसे इंटरसेप्ट करना मुश्किल हो जाता है.
यह मिसाइल इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के दौरान भी सटीक लक्ष्य भेद सकती है जिससे एयरबेस, सैन्य कमांड सेंटर्स और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला करना संभव हो जाता है. साथ ही इसका मोबाइल लॉन्च सिस्टम जो आम नागरिक वाहनों जैसा दिखता है, दुश्मनों के लिए इसे पहचानना और नष्ट करना मुश्किल बना देता है.
इसकी मॉड्यूलर डिजाइन इसे बड़े पैमाने पर निर्माण योग्य बनाती है जिससे दुश्मन की रक्षा प्रणाली को संख्याबल से भी मात दी जा सकती है.
बदलती रणनीतिक तस्वीर
क़ासिम बसीर की तैनाती मध्य-पूर्व की सैन्य रणनीति को नया मोड़ दे सकती है. अमेरिका और इज़राइल जैसे देश इसे एक गंभीर खतरे के रूप में देख सकते हैं और अपनी रक्षा रणनीतियों की पुन: समीक्षा कर सकते हैं. यह मिसाइल ईरान की सामरिक क्षमता में बड़ा इज़ाफा करती है और क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभा सकती है.
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