नई दिल्ली/अंजलि सिंह राजपूत : पूरे देशभर में अभी से ही गर्मी का विकराल रूप देखने के लिए मिल रहा है. ऐसे में भीषण गर्मी से बचने का एकमात्र विकल्प अब एयर कंडीशनर ही रह गया है. ऐसे में अगर आप एयर कंडीशनर खरीदने जा रहे हैं या अपने पुराने एयर कंडीशनर को हटाकर नया लेने जा रहे हैं, तो किन बातों का ख्याल रखें और आजकल एयर कंडीशनर में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसके पीछे क्या वजह है. यही नहीं विंडो एसी अच्छा है या फिर स्प्लिट एसी इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए हमने देश की जानी मानी कंपनी वायबोर (Wybor) कंपनी के डायरेक्टर गगन प्रीत सिंह मल्होत्रा से खास बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि एयर कंडीशनर खरीदते समय ग्राहक सिर्फ 3 स्टार या 5 स्टार ही देखते हैं, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है कूलिंग क्षमता. एसी खरीदते समय कूलिंग क्षमता जरूर देखें.
हर एक एयर कंडीशनर पर स्टार रेटिंग का लेबल लगा होता है उसे जरुर चेक करें. डेढ़ टन के एयर कंडीशनर की 5000 से 5200 वाट के करीब कूलिंग क्षमता होनी चाहिए. आजकल ज्यादातर कंपनी कम कूलिंग क्षमता वाले एयर कंडीशनर को मार्केट में उसे 1.4 या 1.5 टन बोलकर बेचा जा रहा है, जिससे ग्राहकों को कन्फ्यूजन हो रहा है. ऐसे में आपको बता दें कि नॉर्थ इंडिया जहां पर अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है वहां पर 5000 से 52 00 वाट कूलिंग कैपेसिटी का ही एयर कंडीशनर लें. जबकि अगर आप गुजरात, गोवा, मुंबई या केरल या गर्म प्रदेशों में है तो वहां पर 4500 से 4800 के करीब एयर कंडीशनर कूलिंग कैपेसिटी वाले चल जाएंगे.
कमरे का साइज देखकर लें एयर कंडीशनर
गगन मल्होत्रा ने बताया कि एयर कंडीशनर लगवाते समय कमरे का साइज बेहद महत्वपूर्ण है. डेढ़ टन का एयर कंडीशनर 150 स्क्वायर फुट के कमरे में आराम से काम करेगा. अगर 5000 या 5200 के बीच में उसकी कूलिंग कैपेसिटी है तो वहीं अगर आप 4800 या 3700 कूलिंग कैपेसिटी वाला एयर कंडीशनर नॉर्थ इंडिया में ले रहे हैं तो हो सकता है कि वह 125 स्क्वायर फीट तक ही काम कर पाए.
वारंटी देखकर खरीदें एसी
उन्होंने बताया कि एयर कंडीशनर खरीदते समय वारंटी भी जरूर देखें. आजकल ज्यादातर कंपनी 10 साल कंप्रेसर पर वारंटी लेकर आ रही है. इनवर्टर एयर कंडीशनर में पीसीबी लगते हैं, पीसीबी की कीमत बहुत ज्यादा होती है. ग्राहक यह सोचता है कि पीसीबी अगर फेल हो गया तो उसका खर्चा ज्यादा आएगा इसीलिए पीसीबी की वारंटी जरूर चेक कर लें. अगर आप एयर कंडीशनर खरीदने जा रहे हैं वायबोर (Wybor) कंपनी अपने ग्राहकों को 5 साल कंप्रिहेंसिव वारंटी और 10 साल कंप्रेसर वारंटी देती है.
विंडो एसी नहीं स्प्लिट एसी लें
गगन मल्होत्रा ने बताया कि एयर कंडीशनर में हमेशा स्प्लिट लें. विंडो एसी ना लें क्योंकि विंडो एसी की डिमांड अब सिर्फ 5% ही रह गई है. वजह यह है कि विंडो एसी आवाज ज्यादा करते हैं. बिजली की खपत भी विंडो एसी में बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि अगर आप एयर कंडीशनर खरीदने जा रहे हैं तो उनकी कंपनी में आपको डेढ़ टन का एयर कंडीशनर 3 स्टार 31 से 32000 में मिल जाएगा, इस डेढ़ टन इनवर्टर की कूलिंग कैपेसिटी 5100 के ऊपर होगी. जबकि दूसरी कंपनी डेढ़ टन का एयर कंडीशनर 3 स्टार 50,000 से ऊपर का दे रही है.
इस वजह से एयर कंडीशनर में लग रही आग
गगन मल्होत्रा ने बताया कि एयर कंडीशनर में आग लगने की घटनाएं इसलिए बढ़ रही हैं, क्योंकि लोग उसकी सर्विसिंग नहीं करवाते हैं और सर्विसिंग ऑथराइज्ड कंपनी से नहीं बल्कि किसी से भी करवा रहे हैं जिस वजह से उसके अंदर के जो पुर्जे हैं या पार्ट हैं वह डुप्लीकेट लगाए जा रहे हैं. इस वजह से आग लग रही है. ऐसे में लोग साल में दो बार सर्विसिंग जरूर करवाएं.
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