इन दिनों लोगों पर एक रैंसमवेयर अटैक का खतरा मंडरा रहा है. अमेरिका की FBI और साइबरसिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी (CISA) ने इसे लेकर वॉर्निंग जारी की है. इसमें कहा गया है कि मेडुसा नाम का एक रैंसमवेयर सॉफ्टवेयर लोगों को निशाना बना रहा है. यह 2021 से ऐसे अटैक्स को अंजाम दे रहा है और इसने हालिया दिनों में भी बड़ी संख्या में लोगों को निशाना बनाया है.
डेटा चोरी पर है नजर
अमेरिकी एजेंसियों की वॉर्निंग के अनुसार, डेटा चोरी के लिए मेडुसा कई फिशिंग कैंपेन का इस्तेमाल करता है. यह एक ऐसी साइट ऑपरेट करता है, जहां पर चोरी के बाद डेटा को पोस्ट कर दिया जाता है. इसके साथ ही काउंटडाउन शुरू हो जाता है. अगर कोई प्रभावित यूजर काउंटडाउन खत्म होने तक पैसा नहीं चुकाता है तो उसका डेटा को लीक कर दिया जाता है. वॉर्निंग में कहा गया है कि प्रभावित यूजर से काउंटडाउन का समय एक दिन बढ़ाने के लिए 10 हजार अमेरिकी डॉलर की मांग की जा रही है. फरवरी से लेकर अब तक यह मेडिकल, एजुकेशन, लीगल, इंश्योरेंस और टेक्नोलॉजी आदि क्षेत्रों में काम करने वाले 300 से अधिक लोगों को निशाना बना चुका है.
पैसों के लिए किए जाते हैं रैंसमवेयर अटैक
रैंसमवेयर अटैक में पैसों के लिए डेटा चोरी या डेटा एनक्रिप्ट किया जाता है. पैसा न मिलने तक उस डेटा को एनक्रिप्ट ही रखा जाता है. हालांकि, इसकी भी कोई गारंटी नहीं है कि पैसे मिलने के बाद डेटा पर लगा एनक्रिप्शन हटा लिया जाएगा. पिछले कुछ सालों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं.
ऐसे हमलों से कैसे बचें?
रैंसमवेयर अटैक से बचने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर और फर्मवेयर को लगातार अपडेट करते रहने की सलाह दी जाती है. इसके साथ ही ईमेल जैसी सभी सर्विसेस के लिए मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन यूज करने को कहा जाता है. ऐसे हमलों से बचाव के लिए हमेशा लंबे पासवर्ड यूज करें और पासवर्ड को नियमित अंतराल के बाद चेंज करते रहें. इसके अलावा डेटा का बैकअप रखना भी ऐसे मामलों में पैसा बचा सकता है.
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