सैमसंग-शाओमी पर अमेजन-फ्लिपकार्ट के साथ मिलीभगत का आरोप: CCI ने कहा- कंपनियों ने इन ​​​​​​​साइट्स पर एक्सक्लूसिव प्रोडक्ट लॉन्च किए, यह प्रतिस्पर्धा विरोधी कानूनों का उल्लंघन

Must Read




नई दिल्ली20 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया यानी CCI ने सैमसंग, शाओमी और बाकी स्मार्टफोन कंपनियों पर अमेजन और वालमार्ट के फ्लिपकार्ट के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। CCI का कहना है कि इन कंपनियों ने ई-कॉमर्स साइट्स से मिलकर इनकी साइट्स पर एक्सक्लूसिव प्रोडक्ट लॉन्च किए जो प्रतिस्पर्धा विरोधी कानूनों का उल्लंघन है।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, CCI ने अपनी जांच में पाया कि अमेजन और फ्लिपकार्ट ने खास सेलर्स को प्रेफरेंस, कुछ लिस्टिंग को प्रायोरिटी और भारी डिस्काउंट दिया, जिससे बाकी कंपनियों को नुकसान पहुंचा जो स्थानीय कानून का उल्लंघन है।

सैमसंग समेत पांच कंपनियों ने प्रतिस्पर्धी कानूनों का उल्लंघन किया

1027 पेज की रिपोर्ट में CCI ने कहा कि अमेजन और इसके सहयोगियों के साथ मिलकर पांच कंपनियों-सैमसंग, शाओमी, मोटोरोला, रियलमी और वनप्लस की भारतीय यूनिट्स ने एक्सक्लूसिव फोन लॉन्च किए जो प्रतिस्पर्धी कानूनों का उल्लंघन है।

सैमसंग-रियलमी समेत इन कंपनियों ने एक्सक्लूसिव फोन लॉन्च किए

फ्लिपकार्ट के मामले में CCI ने 1696 पेज की रिपोर्ट में कहा कि सैमसंग, शाओमी, मोटोरोला, वीवो, लेनेवो और रियलमी की भारतीय यूनिट्स ने एक्सक्लूसिव फोन लॉन्च किए।

एक्सक्लूसिव बिक्री फ्री एंड फेयर कॉम्पिटिशन और कंज्यूमर्स के हितों के खिलाफ

CCI के एडीशनल डायरेक्टर जनरल जीवी शिवा प्रसाद ने 9 अगस्त की तारीख में इन रिपोर्ट्स में लिखा है कि एक्सक्लूसिव बिक्री न सिर्फ फ्री एंड फेयर कॉम्पिटिशन के खिलाफ है, बल्कि कंज्यूमर्स के हितों के भी खिलाफ है।

अमेजन, फ्लिपकार्ट और उनके सेलर्स की जांच साल 2020 में देश के सबसे बड़े रिटेलर एसोसिएशन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स से जुड़ी 8 करोड़ सदस्यों वाली एक संस्था की शिकायत से शुरू हुई थी

अमेजन, फ्लिपकार्ट और उनके सेलर्स की जांच साल 2020 में देश के सबसे बड़े रिटेलर एसोसिएशन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स से जुड़ी 8 करोड़ सदस्यों वाली एक संस्था की शिकायत से शुरू हुई थी

अमेजन और फ्लिपकार्ट की जांच साल 2020 में शुरू हुई थी

CCI ने यह भी कहा कि दोनों ने विदेशी निवेश का इस्तेमाल करके चुनिंदा विक्रेताओं को सस्ती दरों पर गोदाम और मार्केटिंग जैसी सर्विसेज दी। अमेजन, फ्लिपकार्ट और उनके सेलर्स की जांच साल 2020 में देश के सबसे बड़े रिटेलर एसोसिएशन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स से जुड़ी 8 करोड़ सदस्यों वाली एक संस्था की शिकायत से शुरू हुई थी।

इंडियन रिटलेर्स ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ-साथ स्मार्टफोन कंपनियों पर बार-बार आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि रिटेलर्स को लेटेस्ट मॉडल नहीं मिलते हैं, जिससे उनके कारोबार को झटका लगता है।

पिछले साल 50% फोन बिक्री ऑनलाइन थी, 2013 में 14.5% पर थी

भारतीय रिसर्च फर्म डेटम इंटेलिजेंस का अनुमान है कि पिछले साल 50% फोन बिक्री ऑनलाइन थी, जो 2013 में 14.5% पर थी। फ्लिपकार्ट की 2023 में ऑनलाइन फोन बिक्री में 55% हिस्सेदारी थी, और अमेजन की 35% थी।

CCI ने कंपनियों को फाइनेंशियल स्टेटमेंट पेश करने का आदेश दिया

अब CCI ने अपनी रिपोर्ट्स के आधार पर कुछ स्मार्टफोन कंपनियों- शाओमी, सैमसंग, वनप्लस, रियलमी और मोटोरोला को 2024 तक के तीन वित्तीय वर्षों के लिए अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट पेश करने का आदेश दिया है, जो ऑडिटर्स से प्रमाणित हो। यह आदेश 28 अगस्त की तारीख में दिया गया है।

कंपनियों को बिजनेस प्रैक्टिसेस में बदलाव के लिए कहा जा सकता है

जानकारी के मुताबिक, CCI आने वाले हफ्तों में अपनी रिपोर्ट पर अमेजन, फ्लिपकार्ट, रिटेलर एसोसिएशन और स्मार्टफोन कंपनियों की किसी आपत्ति की समीक्षा करेगा, जिसके बाद पेनल्टी लगाई जा सकती है। साथ ही कंपनियों को अपने बिजनेस प्रैक्टिसेस में बदलाव के लिए कहा जा सकता है।

भारत में ई-रिटेल मार्केट 2028 तक 16 हजार करोड़ डॉलर के पार पहुंच सकता है

भारत में ई-रिटेल मार्केट तेजी से बढ़ रहा है और कंसल्टेंसी फर्म बेन के अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2028 तक इसके 16 हजार करोड़ डॉलर के पार पहुंचने के आसार हैं, जो 2023 में 5,700-6,000 करोड़ डॉलर पर था।

खबरें और भी हैं…





Source link

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -