ब्रेस्ट में गांठ कैंसर है या नहीं, जानें सेल्फ एग्जामिनेशन का सबसे आसान तरीका

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How to Check Breast Lumps : ब्रेस्ट में गांठ (Lump) होना चिंताजनक हो सकता है लेकिन हर गांठ कैंसर (Cancer) का ही लक्षण नहीं होता है. इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं.  अगर ब्रेस्ट पर गांठ महसूस हो रहा है तो आप घर पर ही ब्रेस्ट सेल्फ-एग्जामिनेशन यानी खुद से जांच करके शुरुआती लक्षणों का पता लगा सकती हैं. जिससे इलाज आसान हो सकता है. यहां जानिए ब्रेस्ट में गांठ होने की वजहें और इसकी जांच करने के सही तरीके…

ब्रेस्ट में गांठ होने के कारण

फाइब्रोसिस्टिक चेंजेस- यानी हार्मोनल असंतुलन के कारण ब्रेस्ट में गांठ और दर्द हो सकता है.

फाइब्रोएडेनोमा- यह नॉर्मल, बिना कैंसर वाली गांठ होती हैं, जिसमें दर्द नहीं होता है.

सिस्ट- ये गांठें हार्मोनल चेंजेस के कारण बन सकती हैं और आमतौर पर खतरनाक नहीं होती है.

इंफेक्शन (मास्टाइटिस)- ब्रेस्ट में सूजन और दर्द, आमतौर पर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं में देखा जाता है.

ब्रेस्ट कैंसर- अगर गांठ कठोर है और लगातार बढ़ रहा है तो तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए.

ब्रेस्ट में गांठ कैसे चेक करें

1. शीशे के सामने सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन

सबसे पहले आइना के सामने खड़े हो जाएं.

दोनों ब्रेस्ट की साइज, बनावट और स्किन में किसी बदलाव को नोटिस करें.

अगर किसी ब्रेस्ट में सूजन, सिकुड़न या असमानता नजर आती है, तो डॉक्टर से सलाह लें.

2. हाथों से जांच करें

अपने हाथों से ब्रेस्ट टिशू में किसी भी गांठ या असमानता को महसूस करें.

एक हाथ को सिर के पीछे रखें और दूसरे हाथ से धीरे-धीरे ब्रेस्ट पर सर्कुलर मोशन में दबाव डालें.

इस जांच को कॉलर बोन (गर्दन के नीचे की हड्डी) से लेकर ब्रेस्ट के नीचे तक और बगल (armpit) तक बढ़ाएं.

उंगलियों के पैड (सिरे) से हल्का दबाव डालकर गांठ या किसी कठोर हिस्से को महसूस करें.

3. लेटकर सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन

लेटकर ब्रेस्ट की जांच करने से टिशू ज्यादा समान रूप से फैल जाते हैं, जिससे गांठों को महसूस करना आसान हो जाता है.

पीठ के नीचे एक तकिया रखें और एक हाथ को सिर के नीचे रखें.

दूसरे हाथ से ब्रेस्ट की सतह को हल्के, मध्यम और गहरे दबाव में महसूस करें.

कब डॉक्टर के पास जाएं

गांठ में दर्द न हो लेकिन कठोरता हो.

ब्रेस्ट की स्किन में सिकुड़न, लाली या बदलाव दिखता है.

निप्पल से असामान्य डिस्चार्ज जैसे खून या पीला पदार्थ होना.

आर्मपिट में गांठ या सूजन महसूस होना.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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