अंडरआर्म्स के काले पड़ने की समस्या से काफी लोग परेशान रहते हैं. इसकी वजह शेविंग, पसीना या प्रॉडक्ट्स में मौजूद केमिकल हो सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कि अंडरआर्म्स काले क्यों पड़ जाते हैं और इनकी रंगत लौटाने के आसान तरीके क्या हैं?
क्यों काले पड़ जाते हैं अंडरआर्म्स?
मेलेनिन के एक्स्ट्रा प्रॉडक्शन और स्किन की मोटाई बढ़ने की वजह से अंडरआर्म्स काले पड़ जाते हैं. जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी (2025) की एक स्टडी के मुताबिक, करीब 40 पर्सेंट लोग शेविंग, वैक्सिंग, डियोड्रेंट्स में मौजूद एल्यूमीनियम क्लोराइड और टाइट कपड़ों के कारण इस समस्या से जूझते हैं. हालांकि, हार्मोनल चेंज, डायबिटीज या मोटापे की वजह से भी मेलेनिन प्रॉडक्शन बढ़ सकता है, जिससे स्किन का रंग गहरा हो जाता है. पसीने और बैक्टीरिया के जमाव से स्किन की सूजन बढ़ती है, जो अंडरआर्म्स के कालेपन की एक और वजह है. दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल की स्किन एक्सपर्ट डॉ. प्रिया शर्मा के मुताबिक, अंडरआर्म्स के काले पड़ने का कनेक्शन ज्यादातर बाहरी कारणों से होता है, लेकिन इंटरनल हेल्थ जैसे हार्मोनल डिसबैलेंस भी इसका जिम्मेदार हो सकता है.
कब परेशानी की वजह हो सकते हैं काले अंडरआर्म्स?
अंडरआर्म्स में कालापन शुरू में हल्का भूरा होता है, जो समय के साथ गहरा हो सकता है. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कॉस्मेटोलॉजी (2024) के मुताबिक, अगर इसके साथ खुजली, जलन या बदबू हो तो यह स्किन इंफेक्शन या फंगल ग्रोथ का सिग्नल हो सकता है. अगर कालापन अचानक बढ़े या वजन बढ़ने जैसे शारीरिक बदलाव नजर आएं तो यह डायबिटीज या हार्मोनल दिक्कत का लक्षण हो सकता है. अगर अंडरआर्म्स में कालेपन के साथ स्किन में रूखापन या दर्द हो तो तुरंत स्किन एक्सपर्ट से मिलना चाहिए. यह सिर्फ कॉस्मेटिक प्रॉब्लम नहीं हो सकती है.
इन तरीकों से लौट सकती है रंगत
- नींबू और शहद: नींबू का रस और शहद का मिक्सचर एक्सफोलिएटिंग और मॉइस्चराइजिंग करता है. नींबू में मौजूद विटामिन सी से मेलेनिन प्रॉडक्शन कम होता है. इसे 10 मिनट लगाकर धो लेना चाहिए, जिससे अच्छे रिजल्ट मिलते हैं.
- एलोवेरा: एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो स्किन की रंगत सुधारते हैं. इसे रात भर लगाकर सुबह धोएं.
- हल्दी और दही: हल्दी का पेस्ट और दही स्किन को निखारता है. इसे 15 मिनट लगाएं और गुनगुने पानी से धोएं.
हाइजीन में सुधार
शेविंग और वैक्सिंग से बचें, क्योंकि ये स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं. हेयर रिमूवल क्रीम या लेजर हेयर रिमूवल से स्किन को कम नुकसान पहुंचता है. ऐसे में ढीले सूती कपड़े पहनें और डियोड्रेंट्स की जगह नैचुरल टैल्कम पाउडर इस्तेमाल करें.
मॉइस्चराइजेशन और सनस्क्रीन
अंडरआर्म्स को मॉइस्चराइज करने से स्किन की मोटाई कम होती है. शिया बटर या कोको बटर क्रीम स्किन को नरम बनाती हैं. सनस्क्रीन (SPF 30+) का इस्तेमाल भी यूवी रेज से बचाव करता है, जो कालेपन को बढ़ा सकते हैं.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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