इन लक्षणों से समझ जाएं ब्रेन की नसें हो रही हैं खराब, संकेत दिखते ही हो जाएं सतर्क

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Brain Nerves Damage Symptoms: हमारा दिमाग पूरे शरीर का कंट्रोल सेंटर होता है. हर छोटी-बड़ी गतिविधि, जैसे चलना, बोलना, याद रखना या सोच-विचार करना, सब कुछ दिमाग की नसों पर निर्भर करता है. लेकिन जब दिमाग की नसें कमजोर या खराब होने लगती है, तो शरीर इसके संकेत देना शुरू कर देता है. अक्सर लोग इन संकेतों को नजरअंदाज करते हैं, जिससे समस्या गंभीर हो सकती है. अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो बड़े खतरे से बचा जा सकता है. 

बार-बार सिर दर्द होना

सिर दर्द को हम अक्सर सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर सिर दर्द लगातार बना रहता है या दवाइयों के बाद भी ठीक नहीं होता, तो यह दिमाग की नसों के कमजोर होने का संकेत हो सकता है. इसलिए अगर ऐसा कुछ लगे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. 

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हाथ-पैर सुन्न होना या झुनझुनी लगना 

अगर बिना किसी वजह के बार-बार हाथ या पैर सुन्न पड़ने लगें या झुनझुनी सी महसूस हो, तो यह न्यूरोलॉजिकल समस्या का लक्षण हो सकता है. यह संकेत देता है कि, नसों में ब्लड सर्कुलेशन होने में दिक्कत आ रही है.

चक्कर आना और बैलेंस खो देना 

बार-बार चक्कर आना, संतुलन बिगड़ना या अचानक गिर जाने जैसी घटनाएं भी दिमाग की नसों के खराब होने का इशारा कर सकती हैं. यह दिमाग और शरीर के बीच सही तालमेल न बनने का संकेत है. ऐसा कुछ हो सतर्क हो जाएं. 

याददाश्त कमजोर होना

कभी-कभी छोटी-छोटी बातें भूल जाना सामान्य है, लेकिन अगर भूलने की आदत बढ़ती जा रही है या रोजमर्रा की बातें याद नहीं रहतीं, तो यह चिंता का विषय है. यह दिमागी नसों के कमजोर होने की ओर इशारा कर रहा है. लेकिन शायद आप इस पर ध्यान नहीं दे रहे. 

बोलने या समझने में दिक्कत

अगर अचानक बोलने में दिक्कत हो रही हो या सामने वाला क्या कह रहा है, यह समझने में परेशानी हो रही हो, तो इसे हल्के में न लें. यह स्ट्रोक या अन्य गंभीर बीमारी का शुरुआती लक्षण हो सकता है.

 ऐसे लक्षण दिखने पर क्या करना चाहिए? 

तुरंत किसी न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें.

ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें. 

स्मोकिंग और शराब से दूरी बनाकर रखें. 

हेल्दी डाइट लें, जिसमें ओमेगा-3, विटामिन B12 और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर हो. 

योग और मेडिटेशन के जरिए तनाव को कम करें. 

दिमाग की नसों की समस्याएं छोटी लग सकती हैं, लेकिन अगर इन्हें नजरअंदाज किया जाए तो ये गंभीर बीमारी का रूप ले सकती हैं. इसलिए जरूरी है कि, हम अपने शरीर के हर छोटे संकेत को गंभीरता से लें और समय रहते इलाज कराएं. 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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