Shaniwar puja: हिंदू धर्म और शास्त्रों में पीपल के वृक्ष को अत्यंत पवित्र माना गया है और शनिवार के दिन इसकी पूजा विशेष रूप से शुभ फलदायी मानी जाती है. ‘ब्रह्म पुराण’ के 118वें अध्याय में शनि देव कहते हैं कि जो व्यक्ति शनिवार को नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सभी कार्य सिद्ध होंगे और उन्हें शनि से कोई पीड़ा नहीं होगी. इसके अलावा शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से शनि दोष दूर होता है और आर्थिक परेशानियां कम होती हैं.
मान्यता है कि इससे शनि की महादशा का असर नहीं होता और शुभ फलों की प्राप्ति होती है. शास्त्रों में यह भी उल्लेख मिलता है कि रविवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाना निषेध है, क्योंकि इससे धन की हानि हो सकती है. इन मान्यताओं के अनुसार, शनिवार को पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाने से शनि दोष कम हो सकता है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं.
शास्त्रों के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को सही समय पर करने से उसका फल अधिक मिलता है. चाहे वह पूजा-पाठ हो, व्यापार हो या पढ़ाई-लिखाई, हर कार्य में शुभ मुहूर्त का विशेष योगदान होता है. यही कारण है कि यदि आप पीपल के पेड़ पर सही समय पर जल अर्पित करते हैं, तो आपके जीवन से सभी प्रकार के कष्ट, रोग और दुख दूर हो सकते हैं.
शनिवार के दिन पीपल पर जल चढ़ाने का सबसे शुभ समय सूर्योदय से पहले माना जाता है. इस समय जल चढ़ाने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की परेशानियाँ दूर होती हैं.
पीपल में जल चढ़ाने की सही विधि:
- स्नान करें: सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं.
- जल तैयार करें: एक पीतल के लोटे में स्वच्छ जल लें और उसमें दूध, तिल और चंदन मिलाएं.
- मंत्र का उच्चारण करें: जल अर्पित करते समय नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें-
_मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे. अग्रतः शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नमः
_आयुः प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्. देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गतः - धूप-दीप जलाएं: जल चढ़ाने के बाद पीपल के वृक्ष के सामने धूप और दीप जलाएं और प्रसाद अर्पित करें.
- परिक्रमा करें: पीपल के वृक्ष की सात बार परिक्रमा करें और परिक्रमा के दौरान “ॐ शनि देवाय नमः” मंत्र का जाप करें.
- प्रार्थना करें: परिक्रमा पूरी होने के बाद हाथ जोड़कर पीपल के पेड़ के सामने अपनी मनोकामना कहें और कष्टों के निवारण की प्रार्थना करें.
शनिवार को पीपल पर जल चढ़ाने के फायदे:
- शनि दोष का निवारण – जिन लोगों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही होती है, उनके लिए यह उपाय अत्यधिक लाभकारी माना जाता है.
- नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है– पीपल को धार्मिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है और इस पर जल चढ़ाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
- भाग्य में सुधार– शास्त्रों के अनुसार, जो व्यक्ति श्रद्धा और भक्ति भाव से जल अर्पित करता है, उसकी किस्मत चमक सकती है.
- आर्थिक स्थिति में सुधार – शनिवार को पीपल पर जल चढ़ाने और दीपक जलाने से आर्थिक संकट दूर होते हैं और समृद्धि बढ़ती है.
- पितृ दोष शांति – यह उपाय पितृ दोष निवारण के लिए भी लाभकारी माना जाता है.
क्या न करें?
- पीपल के पेड़ को कभी भी शनिवार को काटना नहीं चाहिए.
- शाम के समय पीपल के वृक्ष में जल नहीं चढ़ाना चाहिए.
- जल अर्पित करने के बाद वृक्ष की पूजा कर तुरंत वापस आ जाना चाहिए, वहीं ज्यादा देर नहीं रुकना चाहिए.
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